RPF ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए ट्रेन लुटेरों के गिरोह का पर्दाफाश किया है. दरअसल दानापुर-मुगलसराय रेलखंड के टुडीगंज और रघुनाथपुर स्टेशन के बीच डकैतों ने 2 दिन पहले SLR बोगी से 10 बैग लूट लिए. जब इसकी सूचना एस्कॉर्ट टीम को मिली तो घटनास्थल से एक युवक को गिरफ्तार किया गया. एस्कार्ट टीम ने इसकी सूचना RPF को दी और ट्रेन को रवाना कर दिया. RPF टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और मामले की जांच में जुट गई. जांच में पता चला कि डकैत चोरी का सामान लेकर सासाराम भाग गए हैं तो RPF की टीम भी उनके पीछे लग गई.
RPF को जांच में पता चला कि सासाराम भागने के लिए डकैतों ने पास के ही पिक अप का प्रयोग किया है. जवानों ने किसी तरह पिकअप के ड्राइवर का नंबर पता किया और ड्राइवर से बात की तो ड्राइवर ने सारी जानकारी दे दी. ड्राइवर ने बताया कि चार लोगों ने पिक अप को सासाराम सामान ले जाने के लिए भाड़ा तय किया था. उसने पुलिस को बताया कि 10 बैग थे, जो सासाराम में उतारे गए हैं. घटना की सूचना मिलते ही RPF की टीम सासाराम के लिए रवाना हो गई. जब RPF ने सासाराम के खिलानगंज मुहल्ले में छापेमारी की तो उसकी आँखें खुली की खुली रह गई. पुलिस ने छापेमारी के दौरान 18 बैग बरामद किए हैं. साथ ही इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
नए लड़कों का था गिरोह
18 से 25 वर्ष बीच ले आयु वाले गिरोह के सभी सदस्य झारखण्ड के साहेबपुर के रहने वाले हैं. आरपीएफ की टीम पिछले चार महीने से इनके फिराक में उसी समय से लगी थी, जब मुगलसराय-पटना के बीच टुडीगंज और रघुनाथपुर रेलवे स्टेशनों के बीच 12488 सीमांचल एक्सप्रेस में भीषण लूट की घटना घटी थी. नए अपराधियों का यह शातिर गिरोह चलती सवारी गाड़ियों के पार्सल वैन को काटकर चोरी करने में माहिर है. इन युवकों ने ट्रेन में छोटी—मोटी चोरियां करते हुए अपराध की दुनिया में कदम रखा था. कुछ ही दिनों में इन्होंने यात्रियों को पिस्तौल अड़ाकर बड़ी लूट को अंजाम देने में महारत हासिल कर ली. हाल में ये गया-मुगलसराय और पटना-मुगलसराय रेल रूट में अपने अपराध के जौहर दिखाते थे.
मौके की तलाश में थी पुलिस
दानापुर के आरपीएफ कमांडेंट चन्द्रभान मिश्रा व सहायक कमांडेंट ओंकार सिंह की मॉनिटरिंग में बनी टीम ने कुछ महीने पहले भी सासाराम के धर्मशाला रोड में स्थित एक होटल पर छापा मारा था. परन्तु उस वक्त गिरोह के सदस्य भाग निकलने में सफल हो गए थे. लेकिन इस गिरोह ने सासाराम में अपना अड्डा बना लिया था. पुलिस उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखे हुयी थी. इन्तजार था तो सभी अपराधियों के एक जगह पर इकट्ठा होने का. गिरोह शहर के खिलानगंज मोहल्ले में ही किराये का मकान लेकर रहने लगा था.
बक्सर से ऋतुराज