रोहतास के नोखा के प्रेम नगर के रहने वाले नागेंद्र पांडे अपने साढ़े तीन साले के पोते आयुष्मान के इलाज के लिए आज सुबह सरकारी अस्पताल पहुंचे. आयुष्मान को लीवर में संक्रमण और बुखार की शिकायत थी.
पीड़ित परिवार का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को देखने से पहले उन्हें पर्ची कटाने की सलाह दी. लेकिन अस्पताल के पर्ची काउंटर पर काफी देर तक किसी कर्मचारी के ना आने के बाद परिजनों ने अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा से बच्चे का इलाज शुरू करने की गुहार लगाई. लेकिन अचानक डॉक्टर साहब इस बात से नाराज हो गए. परिवार वालों का कहना है कि नाराज अस्पताल प्रभारी ने उनके साथ बदसलूकी करने लगे. इस दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद किसी शख्स ने अस्पताल के प्रभारी साहब के इस कृत्य का वीडियो बना लिया.
जैसे ही प्रभारी साहब की नजर वीडियो पर पड़ी, देखिए वो कैसे भाग खड़े हुए और खुद को कमरे में बंद कर लिया.
रोहतास से अमित