चुनाव से पहले भाजपा और जदयू बार-बार राजद और लालू के 15 सालों के राज को लेकर हमला बोल रहे हैं. इसे लेकर राजद ने भी जवाबी हमला बोला है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि जदयू और भाजपा के नेता जितनी उर्जा लालू परिवार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ दुष्प्रचार करने में लगा रहे है यदि इसका शतांश भी अपनी जिम्मेवारियों पर लगाते तो शायद बिहार को यह दुर्दशा नहीं झेलना पड़ता.
राजद नेता ने कहा कि हर क्षेत्र में सरकार की नाकामी की वजह से बिहार आज 1947 की पूर्व वाली स्थिति से भी बदतर स्थिति में पहुँच गया है. पन्द्रह वर्षों में इनकी उपलब्धि के नाम पर मात्र लालू परिवार के खिलाफ साजिश और षड्यंत्र रचने के सिवा कुछ भी नहीं है. फर्जी आंकड़ों और विज्ञापन के बल पर पिछले पन्द्रह वर्षों से केवल लोगों को गुमराह करते रहे. केन्द्र की यूपीए सरकार द्वारा बिहार मे किये गये विकास कार्यों को हीं राज्य की एनडीए सरकार अबतक भंजाती रही. पटना हाजीपुर के बीच जो गाँधी सेतू दस वर्षों में बनकर तैयार हो गया था उसे ये पन्द्रह वर्षों में मरम्मत भी नहीं करा सके. इस पुल के एक लेन मे जो अभी मरम्मत का काम हो रहा है, वह भी तेजस्वी यादव के 20 महीने के कार्यकाल की देन है.
राजद नेता ने कहा कि इससे बड़ा हास्यास्पद और क्या हो सकता है कि जिस भाजपा के पास मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने लायक कोई चेहरा नहीं है उसके तथाकथित नेता सुशील कुमार मोदी महागठबंधन के दलों को नेतृत्व के बारे में सलाह दे रहे हैं . मोदी जी ने कहा है कि कोरोना वायरस की जाँच के लिए 20 000 सैंपल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है . मुख्यमंत्री जी द्वारा पूर्व घोषित 10000 के लक्ष्य तक पहुंचने में डेढ़ महीने का समय लगा तो मोदी जी को यह भी बताना चाहिए कि 20000 के लक्ष्य तक पहुंचने में कितना समय लगेगा. राजद नेता ने कहा कि बिहार की सत्ता भले हीं चौपट लोगों के हाथों में है जिसके पास विपक्ष के सवालों का जबाब नहीं है . राजद नेता ने सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार को सलाह दी है कि बयानों के माध्यम से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय पुलिस एसोसिएशन और स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों पर वस्तुस्थिति की जानकारी लोगों को देना चाहिए.
बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी ट्वीट के जरिए सरकार की नाकामियों पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार में कोरोना के कारण स्थिति दयनीय, अराजक और विस्फोटक है। स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. कोरोना नियंत्रण के लिए सरकार को जहाँ ‘बाज़’ बनना था वहीं JDU नेता लोगों का शिकार करने के लिए “गिद्ध” बन वल्चर रैली कर रहे है. नीतीश 4 महीनों में 4 बार भी आवास से बाहर नहीं निकले है.
पीएनसीबी