सिर्फ 11 रू में शिक्षा के साथ जिंदगी की दिशा भी तय होती है यहां

ऐसा कोई सोच भी कैसे सकता है. मार-काट की प्रतिस्पर्धा, कंपिटीटिव मार्केट और एक-दूसरे को हर पल मात देने वाले शिक्षा के बाजार में ऐसी सोंच रखना आर्थिक रुप से काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है. लेकिन ऐसा हो रहा है. वो भी राजधानी पटना में जहां ना सिर्फ पूरे बिहार बल्कि यूपी, झारखंड और पड़ोसी देशों के भी विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं. एक तरफ पैसा है तो दूसरी तरफ वो सामाजिक दायित्व जिसका निर्वहण कर रहे हैं गुरुजी.




बात हो रही है डॉ एम रहमान की. छात्रों के बीच गुरू रहमान के नाम से मशहूर रहमान सर ने छात्रों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है. उनके यहां UPSC, BPSC से लेकर रेलवे, दारोगा और SSC की तैयारी के लिए भी बड़ी संख्या में छात्र आते हैं. गुरु रहमान ना सिर्फ अनाथ और गरीब,दिव्यांग छात्रों को मुफ्त में तैयारी कराते हैं बल्कि हर सुख-दुख में उनके साथ खड़े नजर आते हैं.

डॉ़ रहमान का ये प्रयास रंग भी ला रहा है. उनके संस्थान अदम्य अदिति गुरुकुल से हर साल बड़ी संख्या में छात्र पास होते हैं और नौकरी पाकर अपनी जिंदगी संवारते हैं. डॉ रहमान का दावा है कि वे कलम से क्रांति लाकर रहेंगे. इसके अलावा सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर भी डॉ रहमान बुलंदी से खड़े नजर आते हैं.

यही वजह है कि पटना आने वाले छात्रों के लिए वन स्टॉप कोचिंग संस्थान बन गया है अदम्य अदिति गुरुकुल. अपनी विशेष शैली में जेनरल स्टडीज की तैयारी कराने वाले डॉ रहमान के संस्थान से इस बार भी बड़ी संख्या में दारोगा के अभ्यर्थियों को सफलता मिली है. संस्थान के डायरेक्टर मुन्ना सर बताते हैं कि यहां आने वाला कोई छात्र पैसे के कारण कभी लौट कर नहीं जाता.

अदम्या आदिति गुरुकुल हर साल की भांति इस साल भी शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर केक काट कर या नाच गान करके नहीं बल्कि गरीबों की मदद करके तथा गुरुकुल की वर्षों से चली आ रही विचारधारा ग़रीब अनाथ असहाय बच्चों के लिए मात्र 11 रूपया में उन्हें क्लर्क से क्लेक्टर तथा सिपाही से एसपी बनाएगा. हर गरीब के घर में कलम से क्रांति लायेगा गुरुकुल- डॉ एम रहमान

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