12.22 करोड़ रुपए से होगा मैदान का सौंदर्यीकरण
6 साल बाद लोगों की माँग पर हुई कार्रवाई
पटना नाउ की स्पेशल रिपोर्ट
आरा,13 फरवरी(ओ पी पांडेय). आरा का हृदय कहे जाने वाले ऐतिहासिक रमना मैदान(वीर कुँवर सिंह मैदान) की अतिक्रमण से अटकी साँसें अब चैन की साँस ले सकेंगी. 28 एकड़ में फैले इस मैदान में उड़ते धूल और बालू के गुब्बारों से न सिर्फ लोगों को राहत होगी बल्कि मैदान भी अपनी पूर्व की तरह हरियाली से लबरेज होगा.
वर्षों बाद मैदान के इस कायाकल्प के लिए आरा के सांसद सह केन्द्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने पहल किया है. उन्होंने रमना के इस कायाकल्प का जिम्मा लेते हुए आरा के नौजवानों को आश्वासन दिया था और कहा था कि गांधी मैदान की तर्ज पर आरा के हृदय स्थली का कायाकल्प वे करेंगे. अपने किये वादे को उन्होंने पूरा करते हुए इसे अंजाम तक पहुंचाया.
थोड़ी देर ही सही लेकिन दुरुस्त काम का शुभारंभ होना न सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर को बचाने का शुभ संकेत है बल्कि भोजपुर वासियों के लिए खुशी के किसी पर्व से कम नहीं. अब उन्हें विश्वास है कि खुली और ताजी हवा के साथ, प्रकृति की ताजगी के बीच, नगर की संस्कृति में पलने वाले उनके भविष्य, शहर के इकलौते इस मैदान में अपनी सेहत संवार सकेंगे.
NTPC के नैगम सामाजिक दायित्व के तहत कुल 12.22 करोड़ रुपए की लागत से आरा के रमना मैदान (वीर कुंअर सिंह मैदान) का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ एवं शिलान्यस केन्द्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री सह स्थानीय सांसद आर के सिंह ने आरा के रमना मैदान में आयोजित एक समारोह के दौरान दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर आरा की नव निर्वाचित मेयर इन्दु देवी, भोजपुर जिले के विधायक गण तथा NTPC के अधिकारीगण उपस्थित रहे. आयोजन में बड़े स्तर पर स्थानीय लोगों ने शिरकत किया.
लगभग डेढ़ साल तक चला था रमना बचाओ आंदोलन
बतातें चलें रमना मैदान को अतिक्रमण से बचाने के लिए तथा इसके जीर्णोद्धार के लिए स्थानीय युवाओं ने लंबा आंदोलन किया था. शहर के बुद्धिजीवियों,संस्कृति कर्मियों और युवाओं ने रमना मैदान को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए एक अभियान चलाया था जिसका नाम था ” रमना बचाओ अभियान.” सोशल मीडिया पर इस नाम से पेज आज भी उपलब्ध है. रमना को बचाने के इस अभियान का साथी बना दैनिक अखबार और हर रविवार को इस अभियान के तहत बच्चे, महिलायें, युवा और बुजुर्ग रमना मैदान आते और सुबह के समय में खुद से सफाई करते.
इस सफाई में धीरे-धीरे लोग जुड़ते गए और फिर स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी इस अभियान को सपोर्ट करना शुरू किया.
इस अभियान को शुरू करने वालों में मंगलेश तिवारी,ओ पी पांडेय, अविनाश राव, रश्मि राज कौशिक, आनन्द कुमार पर्यावरण प्रेमी,आदित्य अतुल, विशाल, श्रीधर शर्मा, सुधीर शर्मा,अनिल सिंह, अशोक मानव, विवेकदीप पाठक, कुमुद रंजन, मंगलम, विजय कुमार, डॉ विश्वनाथ सिंह, राजीव कुमार, चितरंजन चौहान, डॉ कुणाल दीक्षित और मिथलेश मिश्रा जैसे शहर के कई चर्चित शख्सियत शामिल थे.
6 साल पहले अतिक्रमण से मुक्ति के लिए दिया था ज्ञापन
2015 में शुरू हुए इस अभियान से जुड़े लोगों ने 30 अगस्त 2016 को आरा के सांसद आर. के. सिंह से मुलाकात कर सर्किट हाउस में रमना को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए ज्ञापन दिया, जिसमें कोर्ट के उस आदेश की कॉपी भी थी जिसमें रमना को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश था.
महज 3-4 लोगों से शुरू होने वाले इस अभियान में सफाई के लिए तय प्रत्येक रविवार के दिन लगभग दो दर्जन लोगों का साथ मिलता रहा, जिसमें इस अभियान के रीढ़ कहे जाने वाले लोगों के परिवार के लोग थे. उनके घर की मां, बहने,बेटे-बेटियाँ, भगिनी जैसे कई रिश्तेदार शामिल हुए. ये सबके लिए एक भावुकता का पल था, सभी इस भाव से आते थे कि वे धरती माँ की सेवा कर रहे हैं.
इस भावुकता को इसी से समझा जा सकता है कि परिवार वाले जब अपने 3-4 वर्ष के बच्चे को साथ लाते थे तो वे बच्चे भी रमना मैदान के सफाई अभियान में छोटी-छोटी ईंटो,पॉलीथिन और अन्य सामग्रियों को उठा फेंकते थे. उन्हें देखकर रामसेतु निर्माण में लगी गिलहरियों की कल्पना बरबस आंखों के सामने दौड़ पड़ती थी.
इस अभियान को लोगों का इतना सपोर्ट मिला कि नगर निगम ने सफाई के लिए उक्त टीम से सम्पर्क साध रमना के गड्ढों को भर दिया. इसी दौरान टीम ने लिखित आवेदन के साथ रमना के कायाकल्प के लिए सांसद आर के सिंह से सम्पर्क किया तो टीम को रमना के कायाकल्प का आश्वासन मिला. हालांकि आश्वासन के बाद भी जब कुछ समय बीता तो पुनः रमना बचाओ अभियान की टीम ने दो-दो बार सांसद महोदय से मुलाकात कर रमना के कायाकल्प की गुहार लगाई. देर भले ही सही लेकिन काम की शुरूआत ने एक आशा की रौशनी जरूर दिखाई है. उन्होंने इस दौरान यह भी मंच से घोषणा करते हुए कहा कि जबतक स्पोर्टस कम्प्लेक्स बनकर तैयार नही होता रमना के अंदर अवस्थित स्टेडियम यथावत रहेगा. इस घोषणा के बाद खिलाड़ियों को राहत महसूस हुई कि उनके खेल इस दौरान बाधित नही होंगे.
चार चरणों मे होगा कार्य सम्पन्न
रविवार को हुए इस व्यापक कार्य के लिए शिलान्यास के बाद स्थानीय लोगों में हर्ष व्याप्त है. रमना मैदान के सौंदर्यीकरण कार्य के तहत 5 निकास द्वार, हाई मास्ट, जल निकासी, बच्चों के खेलने का नियत स्थान, वाकिंग ट्रैक, ओपन एअर जिम, हरी घास आदि की व्यवस्था की जाएगी. कुल 28 एकड़ में विस्तृत ऐतिहासिक रमना मैदान (वीर कुँवर सिंह मैदान) का चार चरण में जीर्णोद्धार कार्य संपन्न होगा. हालांकि रमना में होने वाले इस अत्यधिक निर्माण से लोगों के अंदर एक भय भी है कि कहीं इस व्यापक निर्माण के बाद मैदान में जगह ही समाप्त न हो जाये.
अब तो बस इंतजार है लोगों को कायाकल्प के बाद अपनी बदहाली पर रोते रमना मैदान को अतिक्रमण से मुक्त होने के बाद उस बदले हुए नए रूप को देखने का. हरे घांस के साथ फूलों की रंगीनियत के साथ इसकी छँटा कितने दिलों को सुकून देगी इसकी कल्पना अभी से ही सबको विभोर किये जा रही है.