देश में लगातार बढ़ रहे है इसके मामले
वायरस शरीर में पानी की मात्रा को कम करता है
टोमैटो फ्लू से बचने के उपाय
त्वचा को खरोंचने से बचें
बच्चों के आसपास सफाई रखें
बच्चों को ठंडे पानी से नहलाएं
नहाने के बाद इचींग होती है तो लोशन लगाएं
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें
जितना हो सके रेस्ट करें
देश के कुछ शहरों में पिछले कुछ दिनों से टोमैटोफ्लू के मरीज मिल रहे हैं और विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि इस बीमारी का मंकीपॉक्स से कोई लेना-देना नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यह रोग एक वायरस के कारण होता है. इस बीमारी से घबराने की कोई वजह नहीं है. चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा कि चार से पांच दिनों में इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. ज्यादातर छोटे बच्चे इस वायरस से प्रभावित होते हैं. डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य फ्लू की तरह इसका वायरस भी बहुत तेजी से फैलता है. इसमें भी शरीर में बुखार, लाल चकत्ते और कमजोरी महसूस होती है, लेकिन यह वायरस बाकियों से अलग है. जानिए इसके लक्षण और इलाज- स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस बीमारी के लक्षण पांच साल तक के बच्चों में पाए जाते हैं. हाथ, पैर, चेहरे, मुंह के अंदर लाल चकत्ते दिखाई देते हैं. ये रैशेज टोमैटो लाल रंग के दिखते हैं. इसलिए इस बीमारी को टोमैटो फ्लू के नाम से जाना जाता है.
इस रोग के सामान्य लक्षण हैं बुखार, त्वचा पर दाने, शरीर में दर्द, जोड़ों में सूजन, जी मिचलाना, थकान, खांसी और बहुत अधिक छींक आना. इस मरीज के संपर्क में आने से दूसरे बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं. इसलिए इस बीमारी में सुरक्षित दूरी भी जरूरी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक टोमैटोफ्लू का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जाता है. चूंकि यह वायरस शरीर में पानी की मात्रा को कम करता है. इसलिए रोगी को तरल पदार्थ जैसे पानी, फलों का रस, शरबत पिलाना चाहिए. यदि आपके बच्चे में टोमैटोबुखार के कोई भी लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें. साथ ही कोशिश करें कि संक्रमित बच्चे के रैशेज को खरोंचे नहीं. इस बुखार में शरीर को साफ रखना बहुत जरूरी है. टोमैटोबुखार में डॉक्टर समय-समय पर तरल पदार्थ लेने और उचित आराम करने की सलाह देते हैं.
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