रंगकर्मी सुभाष के साथ मार पीट
सुभाष कुमार (रंगकर्मी) को बर्बरता से पीटा गया है. मारपीट करने का मुख्य वजह यह है कि एक लड़की को दो लडके छेड़ रहे थे, भद्दी भद्दी गलियां और आपत्तिजनक शब्दों से फब्तियाँ कस रहे थे. जिसका प्रतिकार सुभाष ने किया. लड़की वहां से चली गई. उसके बाद लड़कों ने सुभाष को घसीटते हुए अंदर की तरफ ले गए .तभी कुछ और लड़कों को बुला लिया, तक़रीबन 15 लड़कों ने मिलकर बेल्ट, बांस की फट्ठी से मार-मार कर सुभाष को अधमरा कर दिया. जब उनलोगों को लगा कि यह मर गया तो थोड़ा अलग हुए तो इस मौके का फायदा उठा कर खून से सना हुआ सुभाष सड़क पर आया. किसी तरह पुलिस स्टेशन पहुंचा. पुलिस ने गांधी मैदान से उसे कोतवाली थाना भेजा. थाना उसकी स्थिति को देखते हुए पी.एम .सी.एच. में इलाज करने की सलाह दी, और रवाना कर दिया. पी.म.सी.एच में जाकर इलाज शुरू हुआ.इस बात की जानकारी देते हुए रंगकर्मी मनीष महिवाल और सनत कुमार ने कहा आज सुबह जब सुभाष से हम मिले तो उसकी हालत देख बहुत पीड़ा हुई.
अज्ञात सूत्रों से पता चला की वह लोग इकबाल हॉस्टल और जैक्सन हॉस्टल और मिंटो हॉस्टल के छात्र थे और आए दिन वह लड़कियों के साथ इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं.
कलाकार साझा संघ इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है और यह मांग करता है कि सुभाष को न्याय मिले. जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है उनपर अविलंब कार्यवाही हो.