बिहार के गन्ना मंत्री से शनिवार एक बार फिर रंगदारी मांगी गई
रंगदारी नहीं देने पर जान से मरने की धमकी भी
पटना | बिहार के गन्ना मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद से शनिवार को एक बार फिर से रंगदारी की मांग की गई है. इस बार 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है. विदित है इसी महीने की 10 तारीख को उनसे एक लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी तथा रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की भी धमकी दी गई थी. पिछली बार पुरुषोत्तमपुर पेट्रोल पंप पर किसानों की समस्या सुन रहे थे और उसी दौरान उनके मोबाइल पर रंगदारी के लिए फोन आया था.
मंत्री साहब से रंगदारी मांगने का यह पहला मामला नहीं है. 2017 के जून माह में भी उनसे 10 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी. यह रंगदारी मैसेज के द्वारा मांगा गया था. इतना ही नहीं पैसा नहीं देने पर पूरे परिवार सहित उनको बम से उड़ा देने की धमकी दी गई थी.
शनिवार 30 दिसंबर को रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने की सूचना मंत्री ने पटना पुलिस को दे दी है. मंत्री ने बताया कि उन्हें शुक्रवार को एक कॉल आया था. कॉल करने वाले ने कहा कि आपके नंबर पर एक मैसेज किया है, उसे पढ़ लीजिये. उसी मैसेज में यह बताया गया कि पैसा दे दीजिए. उसके बाद मंत्री ने मैसेज देखा तो उसमें लिखा था कि 10 लाख रुपए दो नहीं तो हत्या कर दी जाएगी. खुर्शीद के फोन नं. पर शुक्रवार को मैसेज आया था. इसके बाद शनिवार को कॉल कर धमकी दी गई. मंत्री को मिली धमकी के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.
टेलीफोन पर बातचीत के दौरान मंत्री जी ने कहा कि 29 दिसंबर को 6 बजकर 33 मिनट पर एक मैसेज आया. और आज शनिवार 30 दिसंबर को 1 बजकर 59 मिनट पर, जब वह खाना खाने बैठे ही थे, फोन आया कि इसी नंबर से आपके मोबाइल पर एक मैसेज गया है, उसको पढ़ लीजिए और पढ़के कर दीजिए. मंत्री ने कहा कि मैसेज में क्या है तुम बता दो और क्या करना है ये भी बता दो क्योंकि हमको मैसेज पढ़ने नहीं आता है. मंत्री ने फोन करने वाले के साथ भोजपुरी में ही बात की. फोन करने वाले ने कहा कि मैसेज में हमने अकाउंट नंबर दे दिया है उसमें 10 लाख रुपए डाल दीजिए. मंत्री ने कहा क्या सिर्फ 10 लाख रुपए ? उन्होंने फोन करने वाले से पूछा कि अच्छा तुम बताओ कौन बोल रहे हो. इस पर फोन करने वाले ने तुरंत फोन कट कर दिया. फिर मंत्री ने मैसेज देखा. मेसेज में लिखा हुआ था कि पैसा दीजिए नहीं तो जान मार देंगे. मंत्री के अनुसार यह साजिश है और कुछ नहीं क्योंकि जो मेरे काम करने की जो शैली है, उसमें व्यवधान डालने के लिए यह सब किया जा रहा है ताकि वह अपना काम ना कर सके. मंत्री ने बताया कि वह जिला जिला जाकर कैंप लगाकर अकलियतों के लिए जो भी काम पूर्व की सरकार और अभी की सरकार कर रही है, उस को बताने का काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार योजना के बारे में लोगों को बता रहे हैं और यह भी बता रहे हैं कि कौन उन (अकलियतों) का सच्चा हमदर्द है. यही सब देख कर लगातार तीन बार उनसे रंगदारी की मांग कर उनके काम में व्यवधान डालने की कोशिश की गई है. और रंगदारी मांगने का काम केवल अकलियत मंत्री से ही किया गया है. मंत्री के अनुसार वह इससे जरा भी विचलित नहीं है और उन पर कोई असर नहीं है और आराम से वह घूम-फिर रहे हैं.
उनके अनुसार पटना कोतवाली थाने में इसकी सूचना दे दी गई है और पुलिस तहकीकात में जुट गई है.