विधायक के FIR पर नही हुई कार्रवाई, अब करेंगे मुख्यमंत्री आवास के समक्ष आमरण अनशन और आत्मदाह
आरा, 17 सितम्बर. बिहार में अपराधियों का हौसला किस कदर परवान पर है आप इससे ही अंदाजा लगा लीजिये जब एक विधायक को फोन कर धमकी के बाद 10 लाख रुपये देने के लिए अकाउंट नम्बर तक अपराधी मैसेज कर भेज रहे हैं और नामजद आरोपियों को पुलिस पकड़ तक नही पा रही है. मामला बड़हरा विधायक सरोज यादव का है. वैसे तो विधायक जी का नाम आते ही विवादों की लंबी लिस्ट खुल जाती है लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है. सरोज यादव के पर्सनल मोबाइल नंबर पर कुछ दिन पहले नुकूल नाम के व्यक्ति जो खुद को माओबादी कहता है के द्वारा दस लाख की रंगदारी मांग की गई और धड़ल्ले से अपराधी कहता है कि मैं बैंक अकाउंट नंबर दे रहा हूँ तुम उसमें पैसा ट्रांसफर कर दो. इससे पहले सरोज यादव के पैतृक आवास पर गोली बारी की घटना से इनके परिवार में भय स्थापित हो गया है.
सरोज यादव का कहना है कि इन दोनों घटनाओं को लिखित शिकायत पुलिस प्रशासन को दी गई है परन्तु कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है. अभी आरा में ऐसी घटना घट चुकी है और घटना घटने के बाद पुलिस प्रशासन लोगों को आश्वस्त करती है. विधायक के घर और हमला हुआ तो उनको जनता की याद आ गयी और उन्होंने कहा कि जब कोई शिकायत दर्ज करवाता है तो पुलिस ,प्रशासन इतनी सुस्ती में क्यों रहती है ? या फिर किसी घटना होने का इतंज़ार करती हैं. ये सवाल हर बिहारियों का बनता जा रहा है.
सरोज यादव का कहना है कि मेरे द्वारा किये गये fir पर पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी नही होती है एवं मेरे पैतृक निवास पर सुरक्षा नही बढाई जाती है तो वे 19 सितम्बर को मुख्यमंत्री आवास के समक्ष शांतिपूर्ण आमरण अनशन पर बैठेगे और आत्मदाह करेंगे.
वे आज राज्यपाल को भी प्रदेश की बिगड़ती हालत को लेकर ज्ञापन सौपेंगे.
आरा से सावन कुमार की रिपोर्ट