केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव का आरोप
आरोपों पर पटना जिला प्रशासन ने दी सफाई
शहीदों को दिया गया पूरा सम्मान- जिला प्रशासन
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के काफिले के चलते शहीदों के शव को ले जा रहे ट्रक को रोका गया. यह घटना मंगलवार शाम की है. छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के शव को पटना एयरपोर्ट लाया गया था. शव को लेकर सेना का ट्रक जैसे ही पटेल चौक पहुंचा, उसी वक्त नीतीश काफिले के साथ वहां से गुजर रहे थे. सीएम के काफिले के चलते शहीद के शव को करीब 15 मिनट के लिए रोका गया.
‘नीतीश को श्रद्धांजलि देने की फुर्सत नहीं थी’
रामकृपाल का यह भी आरोप है, “एयरपोर्ट पर शहीदों के शव को श्रद्धांजलि देने के लिए न मुख्यमंत्री आए थे न बिहार सरकार के कोई अन्य मंत्री.” ऐसी परंपरा रही है कि शहीद के शव को राज्य सरकार के मुखिया या उनके प्रतिनिधि श्रद्धांजलि देते हैं. नीतीश सरकार इतनी संवेदनहीन हो गई है कि उनका कोई प्रतिनिधि भी एयरपोर्ट नहीं पहुंचा.
बता दें कि सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवान शहीद हो गए थे। इनमें से 6 बिहार के थे.
फिल्म देख रहे थे CM: रामकृपाल
रामकृपाल यादव ने कहा कि मैं शहीदों के शव के आने का दो घंटे तक इंतजार करता रहा. दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री जी का घर बगल में है. मुझे सूचना मिली है कि वह किसी हॉल में गांधी पर फिल्म देख रहे हैं. उनको या उनके मंत्री को फुर्सत नहीं मिली कि 6 जवान शहीद हुए हैं उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया जाए.
पटना जिला प्रशासन ने किया इनकार
हालांकि पटना जिला प्रशासन ने इस बात का खंडन किया है और पूरे मामले पर सफाई दी है. जिला प्रशासन के मुताबिक, पटना के कमिश्नर, DIG, DM तथा SSP ने स्वयं एयरपोर्ट पर उपस्थित रहकर वहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सलामी दी और शहीदों के पार्थिव शरीर को पुलिस एस्कॉर्ट के साथ उनके घर तक पहुंचाया.
DM, SSP साथ में घर तक गये. एयरपोर्ट के बाहर ट्रैफिक लाइट पर रेड लाइट रहने के कारण 30 सेकेंड से एक मिनट तक ट्रक तथा दूसरी गाड़ियां रुकी थी.
जिला प्रशान की ओर से ये भी जानकारी दी गई कि बिहार सरकार द्वारा दिये गए निर्देश के आलोक में पुलिस सम्मान के साथ शहीदों की अंत्येष्टि की गयी और 5 लाख रुपये का चेक भी शहीद की पत्नी को उपलब्ध कराया गया.