25 और 26 मार्च को पटना में पहली बार रक्तविज्ञान महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में पटना समेत देशभर के 150 से ज्यादा विश्षज्ञ शामिल हुए. इसमें थैलेसेमिया, ब्लड कैंसर, बोन मैरो ट्रांसप्लांट और एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों पर चर्चा हुई. आयोजन सचिव डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे आयोजन नियमित रुप से पटना में होने चाहिए ताकि ब्लड से जुड़ी बीमारियों पर सार्थक चर्चा हो सके, जिससे मरीजों को लाभ होगा.
दिल्ली से डॉ तेजिंदर सिंह और कटक से आए डॉ आर के जेना ने विभिन्न बीमारियों के बारे में विस्तार से चर्चा की. वहीं IGIMS के डॉ दिनेश कुमार सिन्हा ने कहा कि पटना में ही रक्त से जुड़ी हर बीमारी का उपचार संभव है.