हाथों को हुनर और दिमाग को रचनात्मक बनाती राखी कार्यशाला
4 दिनों तक चलेगा प्रशिक्षण जिसमे 500 राखियां बनाने का लक्ष्य
आरा,बढ़ते बाजारवाद और घर बैठे खरीदारी के इस दौर में दूर होते जा रहे हुनर को जीवित रखने के उद्देश्य से शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा मे स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में रक्षाबंधन के अवसर पर चार दिवसीय राखी मेकिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में छात्राएं खुद अपने हाथों से राखी बना अपने हस्तशिल्प की कौशल को दिखाएंगी.
रचनात्मकता से भरे इस कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंध निदेशक कुमार द्विजेंद्र ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से अगले चार दिनों तक विद्यालय की छात्राएं स्वयं से राखी व रक्षाबंधन में उपयोग किए जाने वाले सामग्रियों को बनाना सीखेंगी. प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की छात्राओं को अपनी रचनात्मकता निखारने का एक अवसर देना है.
उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला से छात्राओं द्वारा तैयार की गई राखियों को देश की सीमा पर तैनात सैनिक भाइयों को भेजा जाएगा. विद्यालय की छात्राएं प्रत्येक साल रक्षाबंधन पर स्वयं से राखी बनाकर भारतीय सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजती है. प्रशिक्षको की देखरेख में छात्राओं का हुनर उनके हस्तशिल्प के माध्यम से बाहर निकल कर आता है. यह जहाँ भविष्य में लघु उद्योग के लिए जानकारों को तैयार रखता है वहीं प्रशिक्षण के बात अपनी खूबसूरत कला को देखने वाले के अंदर आत्मविश्वास की भी बढ़ोतरी होती है.
बता दें कि यह परंपरा विद्यालय में पिछले कई वर्षों से चली आ रही है. कार्यशाला में बतौर प्रशिक्षक चित्रकार संजीव सिन्हा एवं कला व शिल्प शिक्षक विष्णु शंकर छात्राओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं. राखी मेकिंग वर्कशॉप के प्रशिक्षक संजीव सिन्हा तथा विष्णु शंकर ने बताया कि कार्यशाला में कक्षा छह से वर्ग दशम तक की दो सौ छात्राएं भाग ले रही है.
ज्ञात हो कि पिछले साल इस स्कूल में तैयार सैकड़ो राखियों को डोकलाम सीमा पर भेजा गया था, जिसे उस समय के 5 बिहार बटालियन NCC के तत्कालीन कमान अधिकारी कर्नल विनोद जोशी ने भेजावाया था. इस कार्यशाला के माध्यम से अगले चार दिनों में 5 सौ राखियों को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. छात्राओं द्वारा बनाई गई राखियों की प्रदर्शनी आगामी 13 अगस्त को विद्यालय परिसर में लगाई जाएगी. संचालन उप प्राचार्य राघवेंद्र कुमार वर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन संगीत शिक्षक सरोज कुमार ने किया. अवसर पर विद्यालय की छात्र-छात्राएं तथा शिक्षक उपस्थित रहे.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट