संभावना विद्यालय की सीमा के रक्षकों के लिए अनूठी पहल
आरा । संभावना आवासीय उच्च विद्यालय, आरा में पिछले चार दिनों से चले आ रहे ‘शान्ति स्मृति शैक्षणिक न्यास’ द्वारा आयोजित राखी मेकिंग वर्कशॉप का समापन सोमवारा को हुआ. प्रशिक्षण सत्र के समापन के बाद विद्यालय की छात्राओं द्वारा सैनिकों के सम्मान में बनाये गए आकर्षक रंग-बिरंगी राखियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई
‘सैनिकों का ऐसा सम्मान गर्व की बात‘
प्रदर्शनी का उदघाटन डॉ कन्हैया बहादुर सिंह , कार्यकारी अध्यक्ष , बिहार राज्य विश्विद्यालय शिक्षक महासंघ ने फीता काटकर किया. प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि छात्राओं द्वारा सैनिकों का सम्मान गर्व की बात है और इससे देश का सुंदर भविष्य निर्धारित होता है . विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऐसे आयोजन का मैं स्वागत करता हूँ और ऐसे आयोजन से कुशल भारत का निर्माण होगा साथ ही समाज में फैली विकृतियाँ भी दूर होगी.
अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की प्राचार्या अर्चना सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्राओं की रचनात्मकता उभरकर सामने आती है. छात्राओं द्वारा बनाई गई आकर्षक राखियाँ इनके मेहनत का प्रतिफल है और इन राखियों को कारगिल सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजा जाएगा , यही इस वर्कशॉप का उद्देश्य है.
रंग-बिरंगी राखियाँ बनाने वाली छात्राओं को मिला पुरस्कार
राखी मेकिंग वर्कशॉप में मनभावन राखियाँ बनाने वाली अदिति कुमारी, अंशु कुमारी , नेहा कुमारी , अग्रणी प्रिया, साक्षी सिंह , सिमरन कुमारी , सृजना कुमारी और शब्बो खातून को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ कन्हैया बहादुर सिन्हा और विद्यालय के निदेशक कुमार द्विजेन्द्र तथा प्राचार्या अर्चना सिंह के द्वारा पुरस्कृत किया गया. कार्यशाला के बेहतरीन संचालन और उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए विद्यालय के कला शिक्षक विष्णु शंकर और संजीव सिन्हा को निदेशक कुमार द्विजेन्द्र द्वारा सम्मानित किया गया.
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय के निदेशक कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि इस वर्कशॉप में कक्षा 6 से 10 तक कि 200 छात्राओं ने करीब 600 राखियों का निर्माण किया जिसे सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजा जाएगा. यह वर्कशॉप उन सैनिकों के सम्मान में ही समर्पित था. साथ ही विद्यालय की छात्राओं में सीखने की ललक को भी प्रोत्साहन मिला.
मंच संचालन विद्यालय के उप प्राचार्य राघवेंद्र कुमार वर्मा ने किया . समारोह को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक सरोज कुमार, संजीव सिन्हा तथा विष्णु शंकर का उल्लेखनीय योगदान रहा. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका और छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे.
आरा से अपूर्वा की रिपोर्ट