संभावना स्कूल में दो दिवसीय रजत जयंती समारोह का सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सम्पन्न

समारोह में शामिल हुए बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह




दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि

कला की कई विधाओं चित्रकला,मूर्तिकला,गायन, वादन, नृत्य, माइम,प्रहसन और नाटकों की बच्चों ने दी प्रस्तुति

आरा,28 दिसम्बर. शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के रजत जयंती के दो दिवसीय समारोह का समापन शुक्रवार को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से हुआ. रजत जयंती के दूसरे दिन, समारोह का उद्घाटन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, महाराजा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ. गांधी जी राय, वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी, पूर्व सह थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह, कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेनि), रेडक्रास के चेयरमैन डॉ. विवेकानंद यादव, विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र, प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह व कवि जनार्दन मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया.

दूसरे दिन समारोह में माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. संचालन वरीय शिक्षक अरविंद ओझा, छात्र आलोक आतुल्य एवं छात्रा साक्षी राज ने किया.

कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत से हुआ जिसे स्कूल की छात्र-छात्राओं द्वारा पेश किया गया. इस मौके पर अतिथियों ने बच्चों द्वारा निर्मित कला एवं शिल्प प्रदर्शनी का स्वावलोकन किया.

उद्घाटनकर्ता बिहार विधान परिषद के सभापति ने कहा कि यह वीरों की भूमि है एवं ज्ञान की स्थली है. यहां के विद्वानों की पकड़ वेद, पुराण और कुरान पर है, उन्होंने स्कूल के प्रति आभार जताते हुए कहा कि संभावना ने पूरे बिहार का मान-सम्मान बढ़ाया है.

मुख्य अतिथि पूर्व सह थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह ने फौज की नौकरी और जिंदगी के बारे में जानकारी दी. कहा कि फौज की नौकरी एडवेंचर्स से भरी होती है. जो बच्चे नया करना चाहते हैं. चैलेंज स्वीकार करना चाहते हैं. अपने आप को प्रमाणित करना चाहते हैं. वे निश्चित रूप से फौजी बन सकते हैं.

विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ. गांधी जी राय ने कहा कि जिस उद्देश्य से इस विद्यालय की स्थापना की गई, वह आज साकार होता हुआ दिखाई दे रहा है. बच्चों के अंदर छिपी विभिन्न प्रकार के गुणो को परखना एवं प्रतिभा को निखारना इस विद्यालय की प्राथमिकता रही है.

पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करना ही संभावना है. आप सनातन को समझे और संस्कारवान बने. इस विद्यालय के शिक्षण से अज्ञान का अंधकार दूर एवं प्रकाश का सूर्योदय हो रहा है.

बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव भाई ब्रह्मेश्वर ने कहा कि संभावना में बहुत सी संभावनाएं छिपी है, जो सपना हम लोगों ने देखा था. वह यह विद्यालय पूरा कर रहा है. बच्चे अपनी संस्कार और संस्कृति को नही भुलाए.

पूर्व MLC लालदास राय ने कहा कि इस विद्यालय में कला व शिल्प प्रदर्शनी ही नहीं, बल्कि विद्यालय में विद्या, चरित्र व स्वावलंबन का मेला लगा हुआ है, जिसका बीजारोपण निदेशक, प्राचार्या एवं शिक्षकों द्वारा किया गया है.

कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेनि) ने कहा कि बच्चे मोम की भांति होते हैं, जिस प्रकार ढालो वैसे ही ढल जाते हैं. इसके पूर्व स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि युवा अपनी शक्ति को पहचाने और उसका सदुपयोग करें. एकाग्रता, कर्मठता और जीवंतता को ध्यान में रखकर बच्चे संस्कारवान और वीरवान बने. बच्चियों अपनी मान- मर्यादा व संस्कार को ध्यान में रखते हुए खूब पढ़े और आगे बढ़े.

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि दो दिवसीय रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत के विभिन्न क्षेत्र के रंगों की झलकियां दिखाई दी. यह हमारे प्रशिक्षकों एवं शिक्षकों के मेहनत का प्रतिफल है. बच्चों ने भरपूर मेहनत कर अपने विद्यालय का मान-सम्मान बढ़ाया है.

रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन उद्घाटन के पहले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के असमायिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया. इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत प्रधानमंत्री की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई. कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र एवं प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह Lद्वारा प्रतीक चिन्ह एवं बुके देकर सम्मानित किया गया.

तत्पश्चात विभिन्न विधाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को प्रशस्ति-पत्र एवं मोमेंटो देकर पुरस्कृत किया गया. इस दौरान उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर बच्चों की हौसला अफजाई की. उपस्थित लोगों में डॉ. विजय गुप्ता, रेड क्रॉस की सचिव डॉ. विभा कुमारी, निर्मल कुमार सिंह, डॉ. दिनेश प्रसाद सिन्हा, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के मिथिलेश कुमार, मनोज कुमार सिंह, आईएमए के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, डॉ. के. के. सिंह, डॉ. मनीष तिवारी, अखिलानंद ओझा, अधिवक्ता तारकेश्वर ठाकुर, उप प्रचार्य ऋषिकेश ओझा, मुखिया संघ के अध्यक्ष हरेंद्र यादव, ददन सिंह, अविनाश कुमार (रिटायर डीएसपी) समेत अन्य लोग मौजूद थे.

“झांसी की रानी ” नृत्य को देख उपस्थित लोगों के रोंगटे खड़े हो गए,

नृत्य के खत्म होने के बाद भाव-विभोर दर्शकों ने लगाया “भारत माता की जय” के नारे

संभावना आवासीय उच्च विद्यालय का दो दिवसीय रजत जयंती समारोह-2024 शुक्रवार को धूमधाम से संपन्न हो गया. इस दौरान माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक वर्ग के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अपनी कलाकारी का लोहा मनवाया. बच्चों की शानदार अभिनय और प्रस्तुति देख अभिभावक एवं अतिथिगण मंत्रमुग्ध हो गए.

सर्वप्रथम स्वागत गीत रितिका सिंह, अनुप्रिया, अर्चना कुमारी, सौम्या सिंह, रिया, साक्षी सिंह, श्रेया, वेदिका सिंह, प्रियांशी कुमारी, ऋषि यादव, आशीष आनंद, अनुराग कुमार, विवेक राज, अभिराज, ओवैश ने प्रस्तुत किया.

ग्रुप डांस हनुमान चालीसा को आंचल, निशि, कृतिका, आराध्या, अर्पिता, पूर्वी, सलोनी, सूची एवं आयुषी ने प्रस्तुत कर लोगों की खूब तालियां बटोरी.

वहीं लाइव झूमर “निमिया पतइया झर जाला”… को मनीष यादव, तनु सिंह, खुशबू कुमारी, अनुष्का कुमारी, निशा कुमारी, शिजा मोजामिल, आयूषी चौबे, जिकरा उस्मानी, प्रियांशी, श्रद्धा, बिस्मा ने प्रस्तुत किया.

इसके बाद माइम “दो चोर….” को लकी, शिवम, सुमित, प्रेस, समीक्षा, अंश, अंकिता, आर्यन एवं अभिषेक ने प्रस्तुत किया.

दहेज प्रथा पर आधारित एकल गायन “कहवा से देब ऐ पापा…..” को श्रेया ने प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी.

तत्पश्चात् लघु नाटक “चांदी का जूता….” को अक्षरा कुमारी, आलोक अतुल्य, सोनाक्षी सिंह, निकिता सिंह, अनुष्का सिंह, स्वीटी मिश्रा, अर्शाक अफसर, अवनी रंजन, रिया कुमारी, अंजली शर्मा, स्नेहा कुमारी, कृति कुमारी, गरिमा भारती, खुशी कुमारी एवं आर्या सिंह ने पेश कर अपनी कलाकारी का लोहा मनवाया.

वही लाइव डांस “झिझिया तोहरे भरोसे बरहम बाबा…..” को मनीषा यादव, सभ्यता, गौसिया प्रवीण, सुप्रिया कुमारी, मानवी द्विवेदी, परी, अर्चना एवं रितिक ने पेश कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.

ग्रुप डांस “नमो-नमो……” को अदिति कुमारी शर्मा, हर्ष प्रिया, आस्था कुमारी, रुचि सिंह, प्रिया, रिया, रिया कुमारी, रिद्धि कुमार, पलक सिंह, कृष्णा कुमार, वर्षा सिंह ने पेश किया. एकल गायन “तूने जो कमाया….” को मनीषा यादव ने पेश कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया.

वही ग्रुप डांस “झांसी की रानी… ” को आर्या कुमारी, मानवी, शिवांगी, स्वीटी, कृति, साक्षी, कृति, अनुष्का, ईशिका, कोमल, कृतिका, पूर्वी, अर्पिता, आराध्या, सलोनी ने पेश अपनी कलाकारी का लोहा मनवाया. एकल गायन “क्या मिलिए ऐसे लोगों से…” को विवेक राज ने पेश कर तालियां बटोरी. ग्रुप डांस असम का लोक नृत्य बिहू “बिहू पोरवाये तोरी…” को प्राची सिंह, संस्कृति कुमारी, कृतिका सिंह, वैष्णवी सिंह, स्वस्तिका सरबनाया, कुमुदराज सिंह, जिया कुमारी, अंजली कुमारी, आशना सिंह, साक्षी ओझा, आदित्य प्रकाश मिश्र, निहाल राज, पवन कुमार, कृष्णा कुमार ने पेश किया. लाइव ग्रुप डांस कजरी “अरे रामा भींजत मोर चुनरिया…” को श्रेया, अनुप्रिया, रिद्धि, रिया, सौम्या सिंह, आरुषि राज, आराध्या, साक्षी कुमारी एवं वेदिका ने प्रस्तुत किया. वही पंजाबी ग्रुप डांस “सारे देख दिया कुड़िया नच दी…” को प्रियंका, स्वस्तिका, आंचल, पलक, कृति, कशिश, रागनी, मुस्कान एवं तन्वी ने पेश कर समां बांध दिया‌. कार्यक्रम की प्रस्तुति को देख ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे पूरे भारत की कलाएं सम्भावना के आंगन में इकट्ठी हो गयी हैं.

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