नई दिल्ली,12 अप्रैल. रेलवे ने 15 अप्रैल से ट्रेनों की बुकिंग शुरू की है उम्मीद की जा रही है कि भारतीय रेलवे 15 अप्रैल से कुछ ट्रेनों का परिचालन कर सकता है लेकिन इस पर पूरी तरह से फैसला नहीं लिया गया है. इस दौरान ट्रेन परिचालन होती है तो रेल यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए रेलवे ने मास्टर प्लान तैयार किया है. रेलवे के अनुसार ट्रेन परिचालन संबंधी प्रोटोकॉल तैयार हैं. कोरोना पर गठित मंत्रियों के समूह के निर्देश-सुझाव के अनुसार उक्त प्रोटोकाल को यथावत अथवा बदलाव के साथ लागू किया जाएगा. बता दें कि उत्तर भारत में 307 ट्रेन चलाने की योजना है, इसमें से एडवांस बुकिंग के चलते 133 ट्रेनो में सीटे हाउसफुल होने के कारण लंबी वेटिंग चल रही हैं. वेटिंग टिकटों को रद किया जाएगा. मास्टर प्लान तहत ट्रेनो को उसके निर्धारित स्थान तक पहुंचने के बाद साबुन या सैनेटाइजर स्प्रे से सैनेटाइज किया जाएगा. हर स्टॉप पर रुकने के बाद टॉयलेट की अच्छी तरह से सफाई की जाएगी. ट्रेनों में सफर के दौरान हर दो घंटे में कोच, टायलेट के दरवाजे के हैंडल, रेलिंग, खिड़कियां आदि को सेनेटाइजर स्प्रे से साफ किया जाएगा.
यात्रा के दौरान जिन रेल यात्रियों के पास मास्क नहीं होंगे, उन्हें TTE मास्क उपलब्ध कराएंगे. वेटिंग हॉल, रिटायरिंग रूम, डॉरमेट्री की सफाई का काम निरंतर चलेगा. इतना ही नही ट्रेन का फेरा पूरा होने पर रेलवे के रनिंग स्टाफ, सहायक ड्राइवर, ड्राइवर, गार्ड, TTE, कोच सहायक व इलेक्ट्रिकल-मैकेनिकल कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी. सभी रनिंग स्टाफों को चेहरे पर मास्क व हाथों में दस्तानें पहनना अनिवार्य होगा.
रेल परिवार देखरेख मुहिम दस्तावेज में कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए जोनल रेलवे द्वारा पालन किए जाने वाले दिशा-निर्देशों की एक सूची है. जिसके तहत अपने 13 लाख कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए रेलवे ने दिशा-निर्देश तैयार किया है. उन सबके लिए संभावित पृथकवास सुविधा देने की तैयारी है.
अगर ट्रेनों का परिचालन 15 अप्रैल से हुआ तो यात्रियों को ट्रेन के सफर में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है. स्टेशन पर केवल आरक्षित टिकट वाले यात्री को प्रवेश करने की अनुमति होगी. इस दौरान प्लेटफार्म टिकट की भी नहीं बिक्री नहीं होगी. एयरपोर्ट की तरह रेल यात्रियों को स्टेशन पर सफर शुरू होने से चार घंटे पहले जाना होगा, ताकि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सके.
ये होंगे बदलाव :
1) यात्रा से 12 घंटे पहले यात्री को अपनी सेहत की जानकारी रेलवे को देना अनिवार्य होगा.
2) रेलवे सिर्फ स्लीपर क्लास की ट्रेन चलाएगा ट्रेनों में एसी श्रेणी कोच नहीं होंगे.
3) ट्रेन तक जाने के लिए यात्रियों को विशेष टनल से गुजरना होगा
4) रेलवे यात्रियों को100 फीसदी रिफंड करेगी.
5) वरिष्ठ नागरिक सफर नहीं कर पाएंगे.
6) कोरोना संक्रमण के लक्षण (खांसी, जुकाम, बुखार आदि) पाए जाने पर रेल यात्री को बीच सफर में ट्रेन से जबरिया उतार दिया जाएगा
7) सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा
8) कोच की साइड बर्थ खाली रहेगी जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके.
9) कोच के एक केबिन में सिर्फ दो यात्री ही सफर करेंगे.
10) बोगियों के सभी चारो दरवाजे बंद रहेंगे जिससे गैर जरुरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं हो सकेगा.
11) ट्रेन पूरी तरह से नॉन एसी होगी और नॉन स्टाप (एक स्टेशन व दूसरे स्टेशन) चलेगी. जरुरत के मुताबिक एक अथवा दो स्टेशनों पर रोका जा सकता है.
12) ट्रेनों में वेटिंग टिकट वाले नहीं चढ़ पाएंगे.
पटना नाउ ब्यूरो रिपोर्ट