पटना।। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी (पुनौरा धाम) तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण के फैसले का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिनांक 22.09.2024 को पत्र के माध्यम से मैंने प्रधानमंत्री से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी (पुनौरा धाम) हेतु रेल सम्पर्कता के संबंध में अनुरोध किया था. आज अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी तक 4,553 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 256 किलोमीटर की रेल लाइन के दोहरीकरण का फैसला केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है. यह फैसला स्वागतयोग्य है. इस रेल मार्ग के बन जाने से श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ ही मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम आने में सुविधा होगी. इसके लिये मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है.
बता दें कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 6,798 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की दो परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिन्हें 5 वर्षों में पूरा किया जाएगा. मंजूर की गयी दो परियोजनाएं हैं – (क) नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर खंड का दोहरीकरण, जो 256 किलोमीटर लंबा है और (ख) अमरावती होकर एर्रुपलेम और नम्बुरु के बीच 57 किलोमीटर लंबी नई लाइन का निर्माण. ये दोनों परियोजनाएं 5 वर्षों में पूरी की जायेंगी. इन परियोजनाओं से लगभग 106 लाख मानव दिवसों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा.
नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर खंड के दोहरीकरण से नेपाल, पूर्वोत्तर भारत और सीमावर्ती क्षेत्रों से परिवहन-संपर्क मजबूत होगा और मालगाड़ियों के साथ-साथ यात्री रेलगाड़ियों की आवाजाही में सुविधा होगी, जिसके परिणामस्वरूप, क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास होगा.
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