राज्यपाल ने कहा – बेवजह तानाशाह द्वारा परेशान हो रहे हैं, 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा.

पटना,22 फरवरी. बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के आवास और दफ्तर सहित 30 ठिकानों पर CBI की रेड के बाद सियासी पारा चढा हुआ है. यह रेड जम्मू-कश्मीर के कीरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (Kiru Hydro Electric Project) के भ्रष्टाचार से जुड़ा बताया जा रहा है. इसी भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दफ्तर और आवास रेड मारा है. गुरुवार को CBI ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और उनके निकटवर्ती सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मुंबई समेत कई जगहों पर मारे गए हैं.




बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर प्रस्तावित कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2019 में 2200 करोड़ रुपये के सिविल वर्क के कॉन्ट्रैक्ट की मंजूरी सत्यपाल मलिक के समय में ही मिली थी जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. CBI ने पिछले महीने भी इस केस में चल रही जांच के सिलसिले में दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में लगभग 8 स्थानों पर छापा मारा था.

गौरतलब है कि सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य का गवर्नर रहते (तब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश नहीं बना था) परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई थी.

CBI ने पिछले महीने अपनी रेड में 21 लाख रुपये से अधिक की नकदी के अलावा डिजिटल उपकरण, कंप्यूटर, संपत्ति दस्तावेज बरामद किए थे. केंद्रीय एजेंसी ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (प्राइवेट) लिमिटेड (CVPPPL) के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, पूर्व अधिकारियों एमएस बाबू, एमके मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया था. चौधरी 1994-बैच के जम्मू-कश्मीर-कैडर (अब AGMUT कैडर) के IAS अधिकारी हैं.

आरोप ये है कि कीरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित सिविल कार्यों के आवंटन में ई-टेंडरिंग के संबंध में दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया. यह भी आरोप लगाया गया कि CVPPPL की 47वीं बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया था कि रिवर्स ऑक्शनिंग के साथ ई-टेंडरिंग के माध्यम फिर से क्रॉन्ट्रैक्ट आवंटित किया जाएगा लेकिन चल रही निविदा प्रक्रिया को रद्द करने के बाद इसे लागू नहीं किया गया और CVPPPL की 48वीं बोर्ड बैठक में पिछली मीटिंग के निर्णय को उलट दिया गया.

मलिक ने कहा : झुकूँगा नही, तानाशाह सरकारी एजेंसियों का गलत दुरुपयोग कर रहा है

https://twitter.com/SatyapalmalikG/status/1760554341482594631?t=fxLPnAC0uEyuKUjvDW_eMA&s=19

सत्यपाल मलिक, इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं. मलिक ने सोशल मीडिया साइट पर लिखा, मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन व्यक्तियों की शिकायत की थी, उन व्यक्तियों की जांच न करके मेरे आवास पर CBI द्वारा छापेमारी की गई है. मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा. तानाशाह, सरकारी एजेंसियों का गलत दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, ना मैं डरूंगा, ना झुकूंगा.

यही नही पूर्व राज्यपाल मलिक के OSD रहे के.एस. राणा ने भी मीडिया से कहा कि सरकार जानबूझकर मलिक साहब को परेशान कर रही है. उन्होंने पुलवामा हमले का मुद्दा उठाया, वे महिला पहलवानों के समर्थन में बोले और अब उन्होंने किसानों की मांग को लेकर बयान दिया है. सरकार, चाहे जितनी भी छापेमारी कराए, सत्यपाल मलिक किसानों के पक्ष में बोलते रहेंगे.

PNCB

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