पटना विवि का दीक्षांत समारोह का आयोजन पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया, जिसमें करीब 900 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और प्रमाणपत्र वितरित किये गए. इस मौके पर राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारतीय संस्कृति और शिक्षा नैेतिक मूल्यों व सिद्धांतों में भरोसा करती है. इसी के बूते हम विश्व गुरु बने.स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जो शिक्षा व्यक्ति को जीवन संग्राम लड़ने के योग्य नहीं बना सके वह शिक्षा नहीं है . हमें एेसी शिक्षा पद्धति चाहिए जो हमारी नई पीढ़ी का चरित्र निर्माण कर सके, मानसिक शक्ति बढ़ा सके और देश के युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद कर सके। हमें अपनी वर्तमान शिक्षा पद्धति को इस कसौटी पर कसना होगा.इस मौके पर शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे.(फोटो मनीष)
इस बार विश्वविद्यालय में लड़कियों का परचम रहा है। मानविकी,शिक्षा एवं विधि संकाय को छोड़ दें तो बाकी संकायों के अधिकांश विषयों में छात्राएं ही अव्वल रही हैं। समाज विज्ञान संकाय के 13 विषयों में 11 तो विज्ञान संकाय के 12 विषयों में नौ में छात्राएं गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। वाणिज्य संकाय के अंतर्गत तीनों कोर्स में छात्राओं ने ही मेडल पर कब्जा जमाया है।कुलाधिपति सह राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने विवि के गौरवशाली इतिहास के साथ यहां के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में विशिष्ट रहे कई व्यक्तित्वों की चर्चा की। राज्यपाल ने कहा कि बिहार शिक्षा का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। पटना विवि पूरे उपमहाद्वीप का सातवां महत्वपूर्ण विवि है। इसकी स्थापना को सौ साल पूरे हो रहे हैं।