भारत अब उन देशों में शामिल हो गया है जो एक साथ कई सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर सकता है .देश की आन बान और शान पीएसएलवी आज 8 सैटेलाइट को लेकर सुबह 9 बजकर 12 बजकर अंतरिक्ष में उड़ान भर चुका है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसका प्रक्षेपण हुआ. 8 सेटेलाइट में मौसम उपग्रह स्कैटसेट-1 भी है. इसका वजन 371 किलो है. वहीं कुल 8 सेटेलाइट का वजन 675 किलो है.
8 सैटेलाइट में से तीन सेटेलाइट भारत में बने हैं. 5 विदेशी सेटेलाइट हैं. उड़ान भरने के 17 साल बाद भी मौसम उपग्रह स्कैटसेट-1 730 किलोमीटर दूर पोलर सनसिन्क्रोनस ऑर्बिट में स्थापित होगा. इसरो के मुताबिक, पीएसएलवी का ये ऐसा मिशन है जिसमें उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित किया जाएगा. उपग्रह लॉन्च मिशन को समय के लिहाज से अब तक का सबसे लंबा मिशन माना जा रहा है जो कुल सवा दो घंटे का समय लेगा.स्कैटसैट-1 के अलावा, इसरो का 44.4 मीटर लंबा पीएसएलवी रॉकेट दो भारतीय विश्वविद्यालयों के उपग्रह भी साथ लेकर गया है. इसके अलावा तीन उपग्रह अल्जीरिया के हैं और एक-एक उपग्रह अमेरिका और कनाडा का है. पीएसएलवी सी-35 ने चेन्नई से लगभग 110 किलोमीटर दूर स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह नौ बजकर 12 मिनट पर उड़ान भरी और उड़ान के महज 17 मिनट बाद कक्षा में स्थापित हो गया.