नाट्यगृह के लिए रंगकर्मियों का आज होगा महाधरना
आरा, 29 जनवरी. आरा के विभिन्न संगठनों के कलाकार आज एक जुट होकर DM के समक्ष धरना देंगे. इस धरना में रंगकर्मी, चित्रकार, गायक, वादक, साहित्यकार, पत्रकार और बुद्धिजीवी लेखकों की भी भागीदारी होगी. यह एक दिवसीय महाधरना आरा में एक अच्छे प्रेक्षागृह के लिए होगा. बताते चलें कि आरा में नाट्य प्रस्तुति के लिए एक भी ढंग का नाट्य गृह नही है. बहुत पहले नागरी प्रचारिणी का जब निर्माण हुआ तो इसी में नाटक होने लगा लेकिन साउंड एको के कारण प्रस्तुतियों में दिक्कतें होती रहीं. कलाकारों ने कुछ सालों पहले आंदोलन किया तो ज़ज कोठी मोड़ के पास सांस्कृतिक भवन का निर्माण हुआ लेकिन प्रशासन के पिछलग्गू और भवन ठेकेदारों ने ऐसा सांस्कृतिक भवन बनाया जो कलाकारों के किसी काम का नही. नए जमाने के बने यह सांस्कृतिक भवन तो नागरी प्रचारिणी से भी बेकार निकला जहाँ आवाज सुनाई ही नही देता है और न ही ढंग का स्टेज. बनाने से पहले किसी ने कलाकारों से कोई परामर्श ही नही किया. इधर नगरी प्रचारिणी में हॉल के आगे दुकान बनाकर उसका व्यवसायिक उपयोग होने लगा और भवन का रेट तो राजधानी में स्थित हॉल से ज्यादा हो गया लेकिन हाल के अतिरिक्त यहां न तो लाइट और साउंड की ही व्यवस्था मिलती है. इसका परिणाम यह हुआ कि कलाकारों को प्रस्तुतियों में एक बड़ा खर्च करना पड़ता है. उपर्युक्त बातों के संदर्भ में नाट्य गृह में सुधारों या नये निर्माण के लिए आज सभी कलाकार एक जुट हो अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
आरा रंगमंच के कलाकारों ने शहर में कलाकारों ने रविवार शाम उपर्युक्त विषय से सम्बंधित नुक्क्ड़ नाट्य की प्रस्तुति की. जिसमे अपने अभिनय से उन्होंने अपनी समस्याएं जनता के सामने रखीं. नुक्कड़ नाटक में अशोक मानव, मो सलमान, जितेंद्र प्रसाद लड्डू,अनिल सिंह, और साहेब ने मुख्य भूमिका निभाई. नाटक मे संगीत पक्ष पर सुधीर शर्मा, श्याम शर्मिला,पंकज भट्ट, अनिल तिवारी दीपू और उनके साथी रहे. इस दौरान वरिष्ठ रंगकर्मी चन्द्रभूषण पांडेय,कृष्णेन्दु,मंगलेश तिवारी,शैलेन्द्र सच्चु और मनोज सिंह सहित कई कलाकार मौजूद थे.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट