दो दिनों में तीन बेहतरीन नाटकों का मंचन

AITC के राष्ट्रीय अधिवेशन में शानदार रहा नाटकों का आगाज




संध्या कालीन में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गोते लगाते रहे दर्शक

जमशेदपुर,4 अप्रैल. इस्पात नगरी के नाम से मशहूर झारखंड की सांस्कृतिक नगरी जमशेदपुर में सांस्कृतिक एकता के मजबूत स्तम्भ AITC के तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन सह सांस्कृतिक महोत्सव का दो दिवसीय आयोजन हुआ जिसमें देशभर से 17 जिलों के लगभग 150 कलाकारों ने अपनी भागीदारी निभाई. द्वितीय सत्र दोनों दिन श्रीनाथ विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ.

दरअसल यह आयोजन राष्ट्रीय कार्यकारिणी गठन से लेकर वर्तमान में रंगकर्म को लेकर आयोजित की गई थी. इस दौरान दोनों दिन सांस्कृतिक आयोजन भी बड़े संजीदा कलाकारों के ताने-बाने में आयोजित किया गया था. 2-3 मार्च तक चले इस आयोजन में शाम की समा कला के रंग में ऐसी रँगी रही कि दर्शकों से भरे सभागार में बस कलाकारों के संवाद,उनके सुर और पैरों की थाप से निकलने वाली ध्वनियाँ ही सुनाई देती थीं.

पहले दिन संध्या काल मे उड़ीसा के कलाकारों ने सामूहिक नृत्य के जरिये सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया वही जमशेदपुर निशान के कलाकारों ने प्रमोशन नाटक से दर्शकों को गुदगुदा कर लोट-पोट कर दिया.

दूसरे दिन के संध्या सत्र में धन्यवाद की कत्थक नृत्यांगना सुश्री श्रुति चंद्रा ने गणेश वंदना की बेहतरीन प्रस्तुति से कत्थक की कला से लोगों को मन्त्रमुग्ध कर दिया.

वही कला संगम धनबाद के कलाकारों ने नाटक टैक्स फ्री के जरिए दर्शकों को एक अंधे की गजब दुनिया को हास्य के माध्यम बेहतरीन तरीके से दिखाया. नाटक का विषय और नए कलाकारों के अभिनय में परिपक्वता इस कदर थी कि नाटक के सभी अंधे पात्र सचमुच अंधे लग रहे थे. नाटक में विभिन्न भूमिकाओं में अभिनय करने वाले कलाकारों में नीतीश आनन्द, विकास रंजन, शुभम कुमार, आकाश रंजन और रविश आनन्द थे वही नाटक में प्रकाश डिजाइन दिब्या सहाय ने किया था.

संध्या के इसी सत्र में दूसरा नाटक ‘जमशेदपुर के डेट” संस्था के कलाकारों ने ‘आधी रात के बाद’ नाटक का मंचन किया. मात्र 3 कलाकारों से सुसज्जित इस नाटक के पात्रों ने जीवंत अभिनय से सबके दिलों में अपनी जगह बना ली. नाटक में जज की भूमिका में अनुज कुमार ने बेहतरीन अभिनय किया. वही चोर और पत्रकार की भूमिका करने वाले कलाकारों ने भी बेहतरीन अभिनय से अपना लोहा मनवाया.

सम्मेलन की तैयारी में AITC से जुड़े कलाकारों के साथ निशान, आस्था के कलाकरों के साथ जमशेदपुर के तमाम कलाकारों ने मेजबानी की कोई कसर नही छोड़ी.

इस कार्यक्रम पूर्वी बतौर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के रूप में सिंहभूम जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, डॉ. गोविन्द महतो, श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के वीसी उपस्थित रहे. आयोजन सेने उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया.

हिंदी रंगमंच दिवस पर गैर हिंदी भाषी कलाकार को किया गया सम्मानित

3 अप्रैल को आयोजन के दूसरे दिन #AITC के तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन में हिंदी रंगमंच दिवस के मौके पर गैर हिंदी प्रदेश के सुरभि जयवर्धने को सम्मानित किया गया. सुरभि जयवर्धने तेलांगना में सुरभि नाट्य मंच के टेक्निकल प्ले डिजाइनर है. वे हाल ही में ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली RRR फ़िल्म के आर्ट डायरेक्टर भी हैं और आने वाली पुष्पा 2 के आर्ट निर्देशन का भी काम कर रहे हैं.

कर्यक्रम के समापन पर AITC के राष्ट्रीय महासचिव ने श्रीनाथ विश्वविद्यालय और आयोजन में सहयोग देने वाले सभी सहयोगियों के प्रति आभार प्रगट किया.

Related Post