यहां तैयार भी हो गए 2600 से ज्यादा PPE किट

अगले माह के अंत तक 30 हजार पीपीई किट तैयार करने का लक्ष्य

कोविड-19 जैसी खतरनाक महामारी को देखते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा एक कार्ययोजना के तहत् कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है . इसी क्रम में रेलवे चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों द्वारा इस वायरस से संक्रमित अथवा संदिग्ध मरीजों का इलाज भयमुक्त होकर किया जा सके, इसके लिए पीपीई किट तैयार किए जा रहे हैं .




पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 21 अप्रैल को एक दिन में 280 पीपीई किट तैयार किए  गए . जबकि अब तक कुल 2040 पीपीई किट तैयार किया जा चुका है . पूर्व मध्य रेल द्वारा दिनांक 31 मई, 2020 तक कुल 30 हजार पीपीई किट तैयार कर लिया जाएगा जिसकी दिशा में रेलकर्मी दिन-रात लगे हैं . इससे अग्रिम पंक्ति के चिकित्साकर्मियों के लिए आवश्यक पोशाक के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा तथा चिकित्साकर्मी भयमुक्त होकर कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर  पाएंगे.

बता दें कि भारतीय रेल के सभी 26 क्षेत्रीय रेलों तथा उत्पादन इकाइयों द्वारा पीपीई किट तैयार किया जा रहा है . इनमें सर्वाधिक पीपीई किट तैयार करने के मामले में उत्तर रेलवे के बाद पूर्व मध्य रेल दूसरे स्थान पर है .

सीपीआरओ ने बताया कि कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे बचने के लिए लोग मास्क पहन रहे है, बार-बार साबुन से हाथ धो रहे हैं, एक-दूसरे से दूरी बनाए रखे हुए हैं . लेकिन कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ आदि को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कई तरह की चीजों से युक्त पीपीई पोशाक पहनना अनिवार्य होता है . आम तौर पर पीपई किट में मास्क, ग्लाब्स, गाउन, एप्रन, फेस प्रोटेक्टर, फेस शील्ड, स्पेशल हेलमेट, पेस्पिरेटर्स, आई प्रोटेक्टर, गोगल्स, हेड कवर, शू-कवर आदि आ सकते हैं.

पीएनसी

By dnv md

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