NDA उम्मीदवार के लिए पावर-स्टार ने खड़ी की मुश्किलें
आरा, 11 अप्रैल (ओ. पी. पाण्डेय). भोजपुरी में अपनी आवाज की मधुरता से लोगों के चहेता और भोजपुरी सिने जगत के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर महीनों से चर्चा चल रही थी. कभी हाँ, कभी ना के कौतूहल के बीच संशय के बादल बुधवार को उस वक्त छंट गए जब पवन सिंह ने काराकाट से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला ले अपने फैसले को लोगों के बीच आपने एक्स(X) अकाउंट पर इसकी जानकारी दी.
दरअसल पवन सिंह के BJP में शामिल होने के बाद से ही चर्चा थी कि वे लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. पवन सिंह को आशा था कि व्व अपने गृह जिला आरा से चुनाव लड़ेंगे लेकिन जब BJP ने पहली लिस्ट जारी की तो पवन सिंह को आसनसोल सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया. लेकिन अपने मूडी तेवर के लिए मशहूर पवन सिंह ने आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने से साफ तौर पर इनकार कर दिया था. बुधवार को BJP ने आसनसोल से एस.एस. अहलूवालिया को उम्मीदवार बना दिया.
जबकि पवन सिंह की इच्छा थी कि वे आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें. लेकिन आरा से चुनाव लड़ना टेढ़ी खीर था क्योंकि आरा लोकसभा से आर.के. सिंह ने लगातार दो बार से जीत हासिल की है साथ ही वे ऐसे MP हैं जिनके नाम से ज्यादा उनके काम की चर्चा लोगों के जुबान पर है. ऐसे में उनकी जगह BJP पवन सिंह को कभी टिकट नही देगी यह हर कोई जानता था. हुआ भी यही. BJP ने उन्हें तीसरी बार अपना उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में पवन सिंह को बड़ा झटका लगा. हालांकि चर्चा यह भी चली कि वे निर्दलीय आरा से चुनाव लड़ेंगे लेकिन जब कुछ सोशल मीडिया पर लोगों का रुझान आया तो यह समझते देर न लगा कि भले ही पवन को चाहने वाले लोगों की बड़ी जमात हो लेकिन आरा में वोट लोग आर. के. सिंह को ही देंगे जो किसी पार्टी और धर्म से परे उनके किये विकास कार्यों का असर है.
सूत्रों की मानें तो इसके बाद भी जबकि पवन सिंह इस उम्मीद थे कि उन्हें बलिया या कोई और सीट पार्टी देगी लेकिन जब बुधवार को BJP ने बलिया से नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाने का निर्णय ले लिया तो उनका यह उम्मीद भी टूट गया. पवन सिंह के पास कोई रास्ता नहीं बचा. इस सब के बीच चर्चा यह भी चली कि पवन RJD में जा सकते हैं लेकिन ऐसा नही हुआ.
जबकि काराकाट से NDA गठबंधन ने पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी थी. राष्ट्रीय लोक मोर्चा से उपेंद्र कुशवाहा काराकाट से चुनाव लड़ेंगे. महागठबंधन ने भी राजाराम सिंह को उम्मीदवार बना दिया है.
ऐसे में पवन सिंह ने अपने X अकाउंट के जरिये आपने चाहने वालों के बीच चुनाव लड़ने की जगह का एलान कर दिया. अब जब न BJP या RJD के द्वारा उन्हें कोई सीट मिला तो उम्मीद यह ही है कि वे निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने अपने अकाउंट में यह भी जाहिर किया है कि वह यह चुनाव अपनी माँ को दिए वचन के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने अपनी माँ से वादा किया था कि वे इस बार चुनाव जरूर लड़ेंगे.
“पावर” को अपने पास से शुरू और खत्म होने का दावा करने वाले पावर स्टार के लिए अब असली पावर दिखाने का समय है. राजनीति के रंग बहुतेरे हैं. समय पर राजनीति में उसे अपने हिसाब से बदला जाता है. पवन सिंह के X (एक्स) अकाउंट से फिलहाल नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तस्वीर और BJP का सिंबल नदारद है, वजह साफ है और यह भी साफ है कि अब अकेले का ही भरोसा भी. गायन के बाद फिल्मों तक अपने भाग्य को आजमाने वाले पवन सिंह के राजनीति का सफर इतना आसान नही होगा लेकिन पवन सिंह का काराकट से खड़ा होने के एलान ने NDA घटक के लिए एक मुसीबत तो जरूर खड़ी कर दी है.अब मुकाबला दिलचस्प होगा. देखना यह होगा कि पावर स्टार का पावर राजनीति में क्या गुल खिलाता है. वैसे पावर स्टार के इस एलान के बात उनके प्रशसंकों के बीच खुशी की लहर है.