आरा, 13 जनवरी | आरा में एक अजूबे बाबा का अवतरण हुआ है ये बाबा राजनीति के बाबा हैं. बाबा अब कोई भी बयान बिना कथा कहे नही देते हैं. बाबा की खुद की कई कहानियां प्रचलित रही हैं. इसके पहले भी बाबा बयानों से विवादों में बने रहे हैं. हम बात कर रहे हैं भोजपुर जिले के संदेश के राजद विधायक अरुण यादव की. जी हाँ चौंकिए मत हमारे बाबा कहने का मतलब तब साफ होगा जब आप इनके दिए बयान वाले इस वीडियो को देखिएगा.
2019 के PM को लेकर चल रहे अभी से घमासान के बीच जब अरुण यादव से पत्रकारों ने यह पूछा कि देश का आगामी प्रधानमंत्री कौन होगा तो उन्होंने इसका साफ-साफ जवाब देने से पहले एक कथा का वाचन किया जिसमें यह कहा कि एक साधु थे जो जमीन देखते थे. उन्होंने एक जमीन मालिक को मकान बनाने से पहले बताया कि उसके जमीन के लगभग 20 फीट अंदर हड्डी है. इसपर जमीन मालिक ने कहा कि ठीक है उसको निकलवा लिया जाएगा और उस संत के लिए एक कटोरी में दही खाने के लिए लेकर आया. साधु ने दही खाया और कहा कि बाबू दही खट्टा है थोड़ा चीनी लेकर आओ. इसपर जमीन मालिक भड़का और कहा कि आपके कटोरे के गहराई में चीनी है वह नही दिखा और जमीन की गहराई में हड्डी दिख गया. फिर क्या था डंडा लिए उस साधु को पीटने के लिए जमीन मालिक के साथ कई लोग दौड़ पड़े और साधु अपनी जान हथेली पर ले भाग खड़ा हुआ.
राजनीति वाले बाबा कथा वाचन के बाद थोड़ा रुकते हैं और फिर साधु-संतों पर बेवाकी से टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि जिन्हें अपने भविष्य का पता नहीं वे चले हैं दूसरे की भविष्यवाणियां करने. साथ ही यह भी कह डाला कि जितने भी साधु संत है सब BJP हैं तो वे तो मोदी को ही PM मानेंगे न. इस राजनीतिक बाबा ने यहाँ तक एलान कर दिया कि ठीक जमीन मालिक की तरह जनता डंडा लेकर मोदी को भगा डालेगी. उन्होंने लेकिन 2019 के PM उम्मीदवार का नाम तो नही खोला लेकिन इतना जरूर कहा कि “महागठबंधन ने तय कर लिया है वह नाम…तय हो भी रहा है…उनके नेता लालू, तेज, तेजस्वी और मैडम राबड़ी जी हैं. वे उनके सिपाही हैं.जहाँ वे वोट देने को कहेंगे ये अपने समर्थकों के साथ उन्हें जिताएंगे.” विधायक अरुण यादव ने कहा कि असली संत जनता है. वही बटन दबा कर तय करेगी कि किसको जीताना है. मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को जिसने 15 लाख बोलकर नही दिया,रोजगार नही दिया और लालू यादव का बार-बार बेल रिजेक्ट करा कर जिस प्रकार से तंग किया है इसका जवाब गाँव-गिरान के लोग चुनाव में वोट से देंगे. अब देखना होगा कि साधु-संतो को उनके भविष्य के बारे में सोचने को कहने वाले इस बाबा के भविष्यवाणी का चुनाव में क्या असर होता है लेकिन इतने सारे दावे और कथा वाचन ने विधायक को भी बाबा तो बना ही डाला है…और बाबा का मतलब तो लोग साधु ही जानते हैं. ऐसे में ये बाबा कहीं…..तो नही?
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट