सेवा और विनिर्माण क्षेत्र में तकनीकों को विकसित करने की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को श्री वेंकेटेश्वर विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय वार्षिक भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करने तिरूपति पहुंचे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि देश उन वैज्ञानिकों का हमेशा आभारी रहेगा जिन्होंने हमेशा देश को आगे बढ़ाने का काम किया है. पीएम ने यहां कहा कि भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 2030 में भारत टॉप 3 देशों में होगा शामिल होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हम तकनीक पर हमेशा ध्यान रखेंगे और विकास के लिए उनका लाभ उठाने को हमेशा तैयार रहेंगे. हमें सेवा और विनिर्माण क्षेत्र में तकनीकों को विकसित करने की जरूरत है. सरकार सभी तरह के विज्ञान को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है. पीएम ने कहा कि विज्ञान को लोगों की आकांक्षाओं को आवश्य पूरा करना चाहिए. हमारे अवसंरचना और समाज कल्याण से जुड़े मंत्रालयों को विज्ञान का अवश्य उपयोग करना चाहिए. हमारे वैज्ञानिकों ने देश की नीतिगत दृष्टिकोण में दृढ़ता से योगदान दिया है. हमारे सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक संस्थानों को वैश्विक स्तर के अनुरूप आधारभूत अनुसंधान को मजबूत करना चाहिए .पीएम ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं समेत मशहूर वैज्ञानिकों की सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं.इसमें देशभर के 14,000 वैज्ञानिकों और विद्वानों के अलावा अमेरिका, जापान, इजरायल, फ्रांस और बांग्लादेश जैसे विभिन्न देशों के छह नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने भी हिस्सा लिया. तिरूपति ने दूसरी बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबारी किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना भी की.