पीरो DCLR चढ़े निगरानी के हत्थे
सरकारी महकमों में अफसरशाही इस कदर जारी है कि कार्यों का निष्पादन बिना इन अफसरों को चढ़ावा चढ़ाये नहीं होता. छोटा कर्मचारी हो या बड़ा बाबू, सब बस सेटिंग में लगे रहते हैं. भ्रष्टाचार में लिप्त ऐसे अधिकारियों को किसी से डर नहीं लगता है. ऐसे ही अफसरों में से एक अफसर आज निगरानी के हत्थे चढ़ा जिसे निगरानी ने रंगे हाथ पकड़ लिया.
आरोपित DCLR प्रभाष कुमार(File Pic)
पीरो के DCLR प्रभाष कुमार अपने घूस कमाने की इसी प्रवृति के कारण निगरानी टीम के हत्थे चढ़ गए. प्रभाष की आरा में गिरफ्तारी हुयी. यह गिरफ्तारी निगरानी ने जाल बिछा कर किया. सिकरहटा निवासी जदयू के पंचायत अध्यक्ष धनंजय प्रसाद से 20 हजार रुपये घूस लेते समय निगरानी विभाग के अधिकारियों ने DCLR को रंगे हाथ पकड़ा. ये रकम DCLR ने सिकरहटा में जिला परिषद की जमीन पर से अवैध कब्जा हटाने के लिए ली थी. 50 हजार रुपये में हुई थी पूरी डील, जिसकी पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपये प्रभाष कुमार ले रहे थे कि निगरानी ने उन्हें धर दबोचा. प्रभाष की गिरफ्तारी के बाद पीरो क्षेत्र की जनता ने यह खबर सुनी तो राहत की साँस ली, सबने कहा अच्छा हुआ. हालाँकि अभी कई नाम और भी हैं जिनपर ग्रामीणों ने खुलेआम आरोप लगाया है. ग्रामीणों के मुताबिक सालों से इनके दफ्तर के किसान चक्कर काटते हैं लेकिन जमीन नापी के लिए सालों बाद भी ये यही कह कर सभी को दफा कर देते हैं कि नापने वाला कोई अमीन ही नहीं है.
आरा से ओपी पांडे