भागलपुर के बहुचर्चित सृजन घोटाले की CBI जांच के लिए पटना हाईकोर्ट में आज एक जनहित याचिका दर्ज की गई है. याचिकाकर्ता मणिभूषण सेंगर ने मांग की है कि ये घोटाला 1000 करोड़ से भी ज्यादा का है जिसमें पब्लिक फंड का जमकर दोहन किया गया है और इसमें कई बैंक, नामी हस्तियां और सरकारी कर्मचारियों का भी हाथ है. ऐसे में इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए ताकि मामले का सही तरीके से पूरा खुलासा हो सके.
बता दें कि इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने प्रेस कॉनफ्रेन्स में भागलपुर में हुए सृजन घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी. लालू ने कहा कि मामले की लीपापोती की कोशिश हो रही है यही कारण है कि नीतीश ने अपने चहेते अफसरों को ही मामलेे की जांच के लिए भेजा. लालू ने कहा कि घोटाले की सूत्रधार मनोरमा देवी के कई राजनेताओं से संबंध रहे हैं जिनमें गिरिराज सिंह, मनोज तिवारी से लेकर शाहनवाज हुसैन तक शामिल हैं.
लालू ने कहा कि सुशील मोदी चादर ओढ़ कर घी पी रहे हैं और नीतीश उनको बचा रहे हैं. ये घोटाला सिर्फ और सिर्फ वित्त विभाग की गलती से हुआ है. लालू ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में नीतीश के कई चहेते अफसर भी शामिल हैं.घोटाला होता रहा और दोनों की घनिष्ठता बनी रही. उन्होंने कहा कि जिस आधार पर हमपर केस हुआ है उसी आधार पर मोदी पर भी केस होना चाहिये. इस घोटाले का सच सीबीआई जांच से ही सामने आयेगा. लालू ने कहा कि अब वे खुद सीबीआई को इस मामले में सुशील मोदी की संलिप्तता से संबंधित सबूत सौंपेंगे.