मोतिहारी, गोपालगंज, बेतिया, सुपौल, कटिहार दरभंगा और सीतामढ़ी समेत बिहार के 14 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, गंडक, कोसी और कई नदियां कहर बरपा रही हैं. करीब 75 लाख की आबादी जहां बाढ़ के कारण पानी में घिरी है. वहीं करीब 80 लोगों की जान जा चुकी है.
इधर पटना में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसे देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है. पटना डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को संभावित बाढ़ की तैयारियों के लिए सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
डीएम ने बताया कि पटना जिला में बाढ़ की स्थिति नहीं है फिर भी संभावित बाढ़ की आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने एवं अन्य कार्यों के ससमय निष्पादन हेतु आकस्मिकता के मद्देनजर पूर्व से तैयार रहने की जरुरत है. डीएम संजय अग्रवाल ने निर्देश दिया है कि सभी पदाधिकारी अपने अपने निर्धारित मुख्यालय पर 24 घंटे उपलब्ध रहें. प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर पदस्थापित पदाधिकारी/कर्मी को भी अनिवार्य रूप से अपने पदस्थापन स्थान पर सतत् उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया हैं.