वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अब पटना नगर निगम भी अच्छी खासी राशि खर्च करने वाला है. बुधवार को पटना नगर निगम पर्षद की विशेष बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए कुल 1499.85 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया. इसमें से 204 करोड रुपए पटना में एयर पॉल्यूशन कंट्रोल पर खर्च होंगे. यही नहीं, पटना शहर के लोगों को गंगा की सैर कराने के लिए पटना नगर निगम जहाज भी खरीदेगा. यह जहाज 75 से 80 सीट वाला होगा जिस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होंगे. दरअसल केंद्र सरकार से पर्यावरण के मध्य में नगर निगम को करोड़ों रुपए मिलेंगे और इसके लिए नगर निगम में एक पर्यावरण सेल का गठन किया जाएगा. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि अगले कुछ दिनों में एक कार्य योजना तैयार कर ली जाएग. रामाचक बैरिया में 10000 पौधे लगाए जाएंगे और निगम क्षेत्र में 10 जगहों पर वायु प्रदूषण मापक यंत्र भी लगाया जाएगा.
निगम बजट 2021-22
वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पटना नगर निगम बोर्ड ने स्वीकृत किया लगभग 15 सौ करोड़ का बजट, आधारभूत संरचना विकास पर खर्च होंगे 780 करोड़ रुपये
पटना।। पटना नगर निगम पार्षद की विशेष बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु कुल 1499.85 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया. महापौर सीता साहू की अध्यक्षता और सांसद रामकृपाल यादव की उपस्थिति में पटना नगर निगम के आयुक्त श्री हिमांशु शर्मा बजट पेश किया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1499.85 करोड़ रुपये के व्यय एवं 1359.23 करोड़ रुपये आय का अनुमान है.
खर्च का ब्यौरा: बजट की कुल अनुमानित राशि 1499.85 करोड़ रुपये को दो मदों यथा राजस्व व्यय एवं पूंजीगत व्यय में विभाजित किय़ा गया है. राजस्व व्यय हेतु 719.09 करोड़ रुपये एवं पूंजीगत व्यय हेतु 780.76 करोड़ रुपये का प्रवाधान रखा गया है.
ए) राजस्व व्यय का ब्यौरा: राजस्व व्यय हेतु अनुमानित 719.09 करोड़ रुपये में से स्थापना पर 266.96 करोड़ रुपये, संचालन एवं रखरखाव पर 390.53 करोड़ रुपये, प्रशासनिक कार्यों पर 31.28 करोड़ रुपये एवं शेष 30.32 करोड़ रुपये अन्य मद में खर्च किए जाने का अनुमान है.
बी) पूंजीगत व्यय का ब्यौरा: पटना नगर निगम द्वारा आधारभूत संरचना विकास यानी पूंजी निर्माण हेतु कुल 780.76 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय मद में अनुमानित हैं. इनमें जलापूर्ति हेतु 215 करोड़ रुपये, सड़क एवं नाली निर्माण हेतु 110 करोड़ रुपये, जल जमाव जमाव हेतु 10 करोड़ रुपये, जल जीवन हरियाली स्कीम पर 10 करोड़ रुपये, राज्य सरकारी की योजनाओं पर 40 करोड़ रुपये एवं वार्ड पार्षदों की अनुशंसित परियोजनाओं पर 75 करोड़ रुपये व्यय का अनुमान है.
कुल मिलाकर निगम द्वारा स्थायी संपत्ति पर जहां 568 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है वहीं, निर्माणाधीन पूंजीगत कार्यों पर 150 करोड़ रुपये व्यय अनुमानित हैं. वहीं, अन्य परिसम्पत्तियों पर 60 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है. इसके अलावा चल सम्पत्ति के स्टॉक के लिए 25 लाख रुपये, ऋण-अग्रिम-जमा हेतु 80 लाख रुपये खर्च का आंकलन पूंजीगत व्यय मद में किया गया है.
आय के स्रोत: बजट में विभिन्न स्रोतों से पटना नगर निगम को कुल 1359.93 करोड़ रुपये आय का अनुमान व्यक्त किया गया है-
-पटना नगर निगम को 15वें वित्त आयोग से 408 करोड़ रुपये एवं छठे राज्य वित्त आयोग से 350 करोड़ रुपये, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) से 57.54 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन से 15.25 करोड़ रुपये समेत विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य सरकार द्वारा कुल 1127.45 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त होने का अनुमान है.
-बजट में निगम मद से लगभग 233 करोड़ रुपये प्राप्त होने का अनुमान है। इनमें 105 करोड़ रुपये राजस्व कर, 60 करोड़ रुपये स्टाम्प ड्यूटी, 8 करोड़ रुपये प्रोफेशनल टैक्स, 29 करोड़ रुपये कचरा शुल्क एवं 9.74 करोड़ अन्य आंतरिक स्त्रोत से निगम को प्राप्त होने का अनुमान है.
-वहीं, ऋण एवं अन्य माध्यम से कुल 8.14 करोड़ रुपये जुटाने का आनुमान है.
यह बजट निगम के सफाई कर्मियों को समर्पित- महापौर
निगम पर्षद की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए माननीय महापौर सीता साहू ने कहा, ‘वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट निगम के सफाई कर्मियों को समर्पित है जिन्होंने विगत वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद शहरवासियों की सेवा की और पटना नगर निगम की गरिमा बढ़ाई.‘ उन्होंने कहा, ‘वित्तीय वर्ष 2021-22 में निगम को कुल 1359.23 करोड़ रुपये प्राप्त होने का अनुमान है. राजस्व व पूंजीगत प्राप्तियों के अनुसार निगम को बजट वर्ष में 635.8 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति का अनुमान है. वहीं, इस अवधि में राजस्व भुगतान 719.09 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. कुल 723.43 करोड़ रुपये की पूंजीगत प्राप्तियों में 786.76 करोड़ रुपये व्यय प्रस्तावित हैं. आय से ज्यादा व्यय को पूरा करने के लिए पटना नगर निगम के पास लगभग 839.77 करोड़ आरंभिक शेष उपलब्ध होगा.
कम संसाधनों में पटना नगर निगम ने किया बेहतर प्रदर्शन-उप महापौर
सभा को संबोधित करते हुए माननीय उप महापौर मीरा देवी ने कहा, ‘वित्तीय वर्ष 2020-21 के आरंभ से ही निगम के संसाधनों पर कोरोना माहामारी का प्रतिकूल असर रहा फिर भी निगम द्वारा आधारभूत सुविधाओं जैसे- सड़क, ड्रेनेज, जलापूर्ति, शौचालय आदी के विकास संबंधी योजनएं जारी रहीं. माहामारी के दौरान विशेष सफाई अभियान चलाने से लेकर छठ महापर्व में लोगों के घरों तक गंगा जल पहुंचाने तक, नाला उड़ाही से लेकर वीकेयर पहल और बस्तियों के समावेशी विकास तक के कार्य योजनाबद्ध तरीके से ससमय पूर्ण किए गए. निगम द्वारा मानव एवं वित्तीय संसाधनों के बीच सामंजस्य बैठाते हुए सभी कार्यों का क्रियान्वयन किया गया. मुझे आशा है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी इसी तरह पटना नगर निगम अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करेगा.
बैठक में पटना नगर निगम सश्क्त स्थायी समिति के सभी माननीय सदस्यगण, पटना नगर निगम के सभी पार्षदगण, पटना नगर निगम के सभी पदाधिकारीगण उपस्थित थे.
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