NIT घाट के समीप हुई नाव दुर्घटना
मृतकों में कई बच्चे भी
चार चार लाख रुपये मुआवजे की घोषणा
पर्यटन विभाग के कार्यक्रम में सुबह से था अफरातफरी का आलम
पुलिस को चलानी पड़ी थी लाठियां
पतंग और लटाई वितरण में हुई भारी दिक्कतें
अगले दो दिनों का पतंगबाजी कार्यक्रम रद्द
पर्यटन विभाग के MD ने दी जानकारी
NDRF और SDRF की मदद से कई जाने बची
गंगा दियारा में पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित पतंगबाजी के कार्यक्रम को देख कर लौटते हुए यात्रियों से भरी नाव पलट गई जिससे कई लोगों के पानी में डूबने की खबर है. इस दुर्घटना में 21 लोगों मौत की अब तक पुष्टि हो चुकी है ,वहीँ गंभीर रूप से जख्मी दस लोगों को PMCH में भर्ती कराया गया है. जिला प्रशासन के अनुसार आज गंगा नदी में हुई नाव दुर्घटना मे प्रभावित 7 व्यक्तियों को सुरक्षित निकल कर PMCH लाया गया. इनमें से 6 लोगों की हालात स्थिर तथा 1 व्यक्ति की स्थिति गंभीर बनी हुई है. जिलाधिकारी पटना संजय कुमार अग्रवाल स्वयं घटना स्थल पर पहुँच कर राहत एवं बचाव कार्य को देख रहे हैं. अस्पताल सूत्रों के अनुसार पीएमसीएच में वहां दस लोग भर्ती करवाए गए हैं.जिसमें तीन बच्चे भी हैं.एक महिला की मौत अस्पताल जाते जाते ही हो गई थी. घाट पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे में सिर्फ सात लोग नहीं बल्कि 40-50 लोग पानी में गिरे .पूरी नाव ही धंस गई थी. जो तैरकर निकल पाए वही बचे हैं. NDRF और SDRF की बचाव कार्य में लगी है.
पुलिस की लाठियों की मार भी खानी पड़ी लोगों को
पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित पतंगबाजी कार्यक्रम में आज व्यवस्थागत खामियों के चलते लोगों को पुलिस की लाठी की मार सहनी पड़ी. पतंग और लटाई के वितरण में अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाने को लेकर पुलिस के जवानों ने जमकर लाठियां भांजी. जैसे तैसे काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पाई लेकिन उसके कुछ देर बाद ही पर्यटन विभाग के अधिकारी वहां से निकल गए ,उसके बाद से ही लोगों में आक्रोश था .
क्या हुआ पतंगबाजी महोत्सव में
पर्यटन विभाग के कॉटेज में खाने पीने की व्यवस्था भी ठीक ढंग से नहीं चल पाई .भीड़ को नियन्त्रण में रखने का कोई प्रबंध नहीं किया गया था . खाने पीने के लिए भी लोगों की भीड़ अचानक बढ़ जाने से स्थिति असामान्य हो गई. दियारा में बनाया गया जेटी भी टूट जाने से लोगों को दूसरे जगह से आने को मजबूर होना पड़ा. लोगों को ले आने ले जाने की फ्री व्यवस्था की घोषणा अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन दे कर की गई थी लिहाजा लोग ज्यादा की संख्या में इस महोत्सव में गए . लौटते समय भी लोगों के हुजूम को संभाल पाने में व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आई. वहीं, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के एमडी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि रविवार से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है.साल 2012 में शुरू हुए पतंग उत्सव को पहली बार एक दिन में ही निरस्त करना पड़ा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कुव्यवस्था के बाद अधिकारी वहां से चले गए जिससे को जल्दी लौटने के क्रम लोग एक नाव पर ज्यादा सवार हो गए और नाव ओवर लोडिंग के कारण गंगा में समा गई .नाव के डूबने से कई लोग नाव के नीचे दब गए ,नाव पर बड़ी संख्या में बच्चे और महिलायें भी सवार थे .