अगर वह बांध टूट जाता तो कई गांव उसके चपेट में आ जाते. सम्पतचक प्रखंड में पानी घुस जाता. 20 अगस्त की रात जब गंगा और पुनपुन नदी का पानी बढ़ने लगा तो कोली रिंग बांध से भी पानी रिसने लगा .भयभीत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल को फोन कर हालात से अवगत कराया.डीएम ने तत्परता दिखाते हुए कार्यपालक अभियंता को फोन कर वस्तु स्थिति की जानकारी दी और हर पल अपडेट रहने को कहा. जिलाधिकारी के आदेश से सम्पतचक में अधिकारी कैंप करने लगे और जहां से बांध टूटने का खतरा था वहां बालू और सीमेंट से भरी बोरियां दाल दी गई .इस कार्य की देख रेख खुद जिलाधिकारी कर रहे थे. बांध के ठीक हो जाने के बाद ग्रामीणों ने चैन की सांस ली और जिलाधिकारी को इस त्वरित कार्य के लिए सम्पतचक प्रखंड की ओर से सम्मानित भी किया गया.ग्रामीणों ने बताया कि अगर डीएम साहब ऐसा नहीं करते तो आज हजारों परिवार बाढ़ की चपेट में होते.