पूर्व निदेशक की गिरफ्तारी मामले के बाद सतर्क हुआ AIIMS प्रशासन
पटना एम्स की निदेशक डॉ गीतांजली ने की गृह विभाग के आला अधिकारियों से मुलाकात
अब पटना एम्स में किसी की भी गिरफ्तारी से पहले पुलिस को इसकी विधिवत सूचना AIIMS प्रशासन को देनी होगी. बगैर सूचना के पुलिस एम्स पटना में कोई कार्रवाई नहीं कर सकेगी. इसकी जानकारी एम्स पटना की निदेशक डॉ. गीतांजलि ने एम्स के अधिकारियों को दिया है. एम्स पटना के हृदय रोग विभागाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार ने बताया कि एम्स निदेशक डॉ गीतांजली ने इस मामले में गृह विभाग के आला अधिकारियों से मुलाकात की और AIIMS पटना में किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई से पहले एम्स प्रशासन को सूचना देने के सम्बन्ध में बातचीत की है.
दरअसल AIIMS के पूर्व निदेशक जी के सिंह की गिरफ्तारी को लेकर मचे बवाल के बाद AIIMS प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है. डॉ संजीव ने बताया कि भविष्य में एम्स में किसी के साथ कोई दोबारा ऐसी घटना नहीं हो, इसका पुख्ता प्रबंध किया जा रहा है . इस सम्बन्ध में एम्स निदेशक डॉ गीतांजली को एम्स के डॉक्टरों ने एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई है. निदेशक ने बताया कि पूर्व निदेशक को गेस्ट हाउस से गिरफ्तार करने की घटना पर संस्थान के डॉक्टरों से चर्चा की गई . गुरुवार की देर शाम तक एम्स में चिकित्सको और एम्स प्रशासन के बीच बैठक चल रही थी . एम्स पटना ने पूर्व निदेशक डॉ गिरीश कुमार सिह की गिरफ्तारी के बाद 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था . जिसमे दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ करवाई की मांग की गयी थी . डॉ संजीव ने एम्स पटना की अगली रणनीति का खुलासा नहीं किया है.
उन्होंने बताया की एम्स एक शैक्षणिक संस्थान है जहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं रहती हैं . पुलिस को अनावश्यक हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है . डॉ संजीव ने बताया की एम्स के डॉक्टरों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन से एम्स निदेशक डॉ गीतांजली स्वास्थ्य मंत्रालय , भारत सरकार को अवगत कराएंगी .
बता दें कि एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. गिरीश कुमार सिंह को फुलवारी शरीफ एवं एससी एसटी थाने की पुलिस ने डॉ अजय चौधरी के मामले में बगैर सुचना असम्मानजनक तरीके से गिरफ्तार कोर्ट में पेश कर दिय था . जहां से कोर्ट ने उन्हें पहले से मिली गिरफ्तारी पर रोक के दस्तावेज देखने के बाद छोड़ दिया था . इसके बाद बुधवार को लखनऊ पहुंचने पर सिने में दर्द की शिकायत पर उन्हें किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर में भर्ती कराया गया है . एम्स की PRO शैलजा तिवारी ने बताया की डॉ गिरीश की तबीयत अभी खतरे से बाहर है , फिर भी उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है.
रिपोर्ट – फुलवारीशरीफ से अजीत