कठोर धाराओं में एफआईआर दर्ज करने की मांग
नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर के यहां एडमिट महिला
संजय मिश्र, दरभंगा
ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही के किस्से आप अक्सर सुनते होंगे. ऐसा ही एक वाकया दरभंगा के लहेरियासराय में स्थित मेडिकल हब बेंता इलाके में हुआ है. बेंता स्थित पन्ना यूरो एन्ड इएनटी अस्पताल में साइनस का इलाज कराने आई एक मरीज की ऑपरेशन के बाद बायें आँख की रोशनी चली गई. इस संबंध में लहेरियासराय थाने में पीड़ित के परिजन ने लिखित शिकायत करते हुए कठोर धाराओं में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
मधुबनी जिले के झंझारपुर थाना क्षेत्र के बेहट गांव निवासी मरीज सीमा राय उर्फ रेखा देवी के भाई अरुण कुमार राय ने शिकायत किया है. आवेदन में उन्होंने आरोप लगाया है कि बेंता स्थित पन्ना यूरो एंड इ एन टी अस्पताल में डॉ मोना सरावगी कनोडिया के यहां 19 नवम्बर को अपनी 52 वर्षीय बहन को नाक के साइनस के ऑपरेशन के लिए एडमिट कराया था. एडमिट करने से पहले डॉ मोना सरावगी (कनोडिया) ने बजाप्ता तमाम तरह का जांच करवाया. आवेदन के मुताबिक डॉक्टर ने बताया कि मरीज के दाहिने नाक का ऑपरेशन होगा क्योंकि इसमें मांस भर गया है.
आवेदक ने दावा किया है कि डॉक्टर ने बाएं नाक का भी ऑपरेशन कर दिया. इस दौरान लापरवाही के कारण बाएं आंख का नस कट गया. नतीजतन मरीज को बाएं आंख से दिखना बंद हो गया है. आवेदक ने कहा है कि आंख की रौशनी चले जाने के कारण मरीज डिप्रेशन में चली गई है. आवेदक ने कहा है कि उनकी बहन सिलाई कढ़ाई करके गुजर बसर करती है. रौशनी चले जाने पर उसके रोजी-रोटी चलाने पर संकट आ गया है. उधर आनन-फानन में रोगी को एक नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर के यहां एडमिट कराया गया है. जहां इलाज का खर्चा अस्पताल प्रबंधन स्वंय वहन कर रहा है.
अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताते हुए डॉक्टर ने कहा है कि इस तरह के ऑपरेशन में काफी रिस्क होता है. इंफेक्सन का खतरा तो होता ही है साथ ही आँखों की रौशनी जाने का अंदेशा बना रहता है. डॉक्टर ने बताया कि रोगी और उनके परिजन को ऑपरेशन से पहले इस संबंध में बता दिया गया था.