नोटंबदी के फैसले की प्रक्रिया की संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की
बाबा रामदेव के दबाव में लालू ने नोटबंदी पर साधी चुपी
देश में अघोषित आर्थिक आपातकाल की स्थिति
रिपोर्ट कार्ड जनता के साथ छलावा है
जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाजपा प्रेम लगातार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि जब पूरा विपक्ष नोटबंदी के खिलाफ आंदोलन कर रहा है, तब नीतीश कुमार नोटबंदी के पक्ष में हैं. भाजपा और नीतीश कुमार के बीच कुछ खिचड़ी पक रही है. इस संबंध में नीतीश कुमार को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए.
सांसद यादव ने कहा कि जदयू नोटबंदी को लेकर दो भागों में बंट गया है. नीतीश कुमार नोटबंदी के पक्ष में हैं और शरद यादव नोटबंदी के खिलाफ हैं. नोटबंदी पर लालू यादव की चुपी भी संशय पैदा कर रही है. लालू यादव ने बाबा रामदेव के दबाव में नोटबंदी पर मौन साध लिया है.
सांसद ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश में अघोषित आर्थिक आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पूरे विपक्ष को इसके खिलाफ भारत बंद का आह्वान करना चाहिए. आरपार की लड़ाई लड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार के फैससे से आम आदमी परेशान है. लोगों को काम नहीं मिल रहा है. बेरोजगारी बढ़ रही है. सांसद ने नोटबंदी के संबंध में केंद्र सरकार के फैसले की प्रक्रिया की जांच संयुक्त संसदीय समिति कराने की मांग की, ताकि देश जान सके कि निर्णय में पूरी पारदर्शिता बरती गयी है.
पप्पू यादव ने कहा कि सभी राजनीतिक रैलियों में कालेधन का इस्तेमाल किया जा रहा है. रैली की पूरी प्रक्रिया में कोई पार्टी चेक से लेन-देन नहीं कर रही है. बिहार सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि रिपोर्ट कार्ड जनता के साथ छलावा है.
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