पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे भारत
बलुचिस्तान के आंदोलनकारियों मिले कूटनीतिक समर्थन
जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश को मिलाकर एक नया राज्य बना देना चाहिए. कश्मीर समस्या का यही एक सार्थक और व्यावहारिक समाधान हो सकता है. उन्होंने पटना में कहा कि जितनी मुखरता से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उछाल रहा है, भारत को उससे अधिक आक्रमक और मुखर रूप से पाकिस्तान सीमा के गुलाम कश्मीर का मामला विश्वमंच पर उठाना चाहिए. साथ ही पाकिस्तान में स्वायतता के लिए आंदोलन कर रहे बलुचिस्तान के आंदोलनकारियों को कूटनीतिक रूप से समर्थन और सहयोग करना चाहिए.
सांसद ने कहा कि कश्मीर मुद्दे के लेकर विश्वमंच पर पंचायती व मध्यस्थता के बजाये भारत को पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, जैसा कि अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन के मामले में किया था. उन्होंने कहा कि बंगलादेश के गठन के समय इंदिरा गांधी ने शरणार्थियों की समस्या का समाधान बिना किसी दबाव के किया था. उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के दौर में पूर्वी एशियाई देशों को एक मंच पर आना चाहिए, ताकि अमेरिका और यूरोप की दादागिरी से भारत समेत एशिया को मुक्ति मिल सके.
सांसद ने कश्मीर की समस्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कुछ संवैधानिक प्रावधानों के कारण भी दिक्कतें आती हैं. इसके बावजूद समाधान की राह तलाशनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आजादी के समय देश की जनसंख्या 36 करोड़ थी और आज जनसंख्या बढ़कर सवा अरब हो गई है, लेकिन कश्मीर की समस्या जस की तस है. पाकिस्तान भारत से चार युद्धों में पराजित होने के बाद भी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है. आतंकवाद को संरक्षण और बढ़ावा दे रहा है.
पप्पू यादव ने कहा कि सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद से निपटने में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में कई बार आम नागरिक भी शिकार हो जाते हैं. इससे आम नागरिकों और सैनिकों बीच अविश्वास पैदा होता है. इसका खामियाजा आम आदमी और सैनिक दोनों भुगतते हैं. उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीर के मुद्दे पर स्पष्ट नीति अख्तियार करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति बहाल हो सके.