नोटबंदी से किसानों का जीवन किया तबाह
लालू यादव की संपत्ति की जांच कराए नीतीश
बेनामी संपत्ति को सार्वजनिक करे सरकार
आरा और औरंगाबाद में भी कार्यकर्ताओं ने किया जाम
जन अधिकार पार्टी (लो) के चक्का जाम आंदोलन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्यभर में सड़क जाम कर दी और यातायात को ठप कर दिया. पार्टी के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सड़क जाम के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के नाम पर जनता को लाइन में खड़ा कर दिया है. अपने ही पैसे निकालने के लिए लोग फजीहत झेल रहे हैं. इससे उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जबकि आम आदमी त्रस्त है. नोटबंदी के कारण 22 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए. 70 फीसदी किसानों की जिदंगी तबाह हो गयी. छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो गए हैं. सांसद ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जनता का ख्याल रख समस्या का समाधान नहीं किया तो जनवरी माह में नई दिल्ली में कोर्ट क्लब पर एवं पटना में भाजपा और जदयू कार्यालय के समक्ष हजारों साथियों के साथ भूख हड़ताल करेंगे.
पप्पू यादव ने कहा कि हम बेनामी संपत्ति को सार्वजनिक की मांग करते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर सच में बेनामी संपत्ति को बाहर लाने चाहते हैं तो पहले लालू यादव व उनके परिवार, अपने विधायक और सांसद के साथ – साथ अपने अधिकारियों और अपने नौ रत्नों की संपत्ति का जांच कराएं. भाजपा द्वारा खरीदे गए जमीन की भी जांच कराएं . अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो बेनामी संपत्ति के नाम पर लोगों का आई वॉश करना बंद करें. जैसे कैशलेस के नाम पर ब्रेन लेस कहानी चल रही है, आपका भी हाल वही होगा. हम महामहीम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि तमाम राजनीतिक पार्टियों को आरटीआई में लाने के लिए कानून बनाएं. राजनीतिक पार्टियों के खाते की भी मॉनिटिरिंग हो. इनकम टैक्स, सीडीएसई और सीबीआई की जांच हो.
सांसद ने कहा कि राज्य भर में आंदोलन का व्यापक असर हुआ है. पार्टी का चक्का जाम आंदोलन सफल रहा है. आंदोलन की सफलता के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी ही बिहार में असली प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वाह कर रही है. जनता के मुद्दों पर पार्टी निरंतर संघर्ष कर रही है.
पटना की सड़कों पर सांसद पप्पू यादव खुद ही चक्का जाम को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने जुटे रहे. राजधानी में सड़क जाम को सफल बनाने में जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, राघवेंद्र कुशवाहा, एजाज अहमद, शंकर पटेल, नवल किशोर यादव, नित्यांनद यादव, अजय यादव अधिवक्ता, निरंजन यादव, मनोज यादव, नरेंद्र यादव, मो. जावेद, गौतम आनंद, आजाद चांद, रमेश राम, विकास यादव, मुकेश यादव, श्यामनंदन यादव आदि मौजूद थे. वहीँ आरा में भी ब्रजेश कुमार सिंह यादव के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
वहीँ औरंगाबाद में जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के प्रदेश प्रवक्ता श्याम सुन्दर ने रमेश चौक पर मीडिया से बात करते हुए कहा की नीतिश सरकार प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर पुंजीपतियो की गोद में खेल रहें हैं इस जिले में हि पिछले 11 सालो में 6000 हजार निर्दोषों को नक्सली कह कर जेलो में डाला गया सरकार का यही जन विरोधी रैवैया बना रहा तो आगामी वर्ष जन अधिकार पार्टी के लिए संघर्ष वर्ष होगा.पार्टी के जिलाध्यक्ष ईं सुरेन्द्र यादव के नेतृत्व में आज औरंगाबाद के गांधी मैदान से सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता नीतिश कुमार हाय हाय, नरेन्द्र मोदी हाय हाय, दो हजार का नोट वापस लो, आदि नारा लगाते हुए रमेश चौक पहुंचे और यातायात को बाधित कर दिया, प्रदर्शनकारी पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, महाराज गंज हत्याकांड व भागलपुर में हुए दलितों पर अत्याचार की SIT जाँच की माँग कर रहे थें, देखते हि देखते रमेश चौक से जसोईया मोड़, रमेश चौक से ओवर ब्रिज एवं रमेश चौक से नगर थाना तक पूर्णतः जाम से पट गई प्रदर्शनकारी नीतिश कुमार को पुंजीपतियो को गोद में खेलने का आरोप लगा रहें थें .