फिल्मसिटी बिहार से जुड़े सभी सदस्य तन मन के साथ आगे आयें
बिहार में फिल्म इंडस्ट्री की जरुरत किसे है?
पटना में खोलें अपने कार्यालय,तभी मिलेगा यहाँ के लोगों को काम
जो भी स्टार , प्रोड्यूसर और डायरेक्टर चाहते हैं में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना हो उनसे हमने अनुरोध किया था कि वे अगर वास्तव में चाहते हैं कि बिहार में फिल्म इंडस्ट्री बने तो कृपया घोषणा कि करें कि वे अपनी फिल्मो की शूटिंग बिहार में करेंगे विशेष आग्रह के साथ यह सवाल हमने फिल्मसिटी बिहार के माध्यम से उठाया था .हमने समय समय पर फिल्मसिटी को लेकर दवा करने वाले स्थापित वरिष्ठ फ़िल्मी हस्तियों से भी अनुरोध किया वे सक्षम हैं ओर से बिहार में शूटिंग सम्बंधित इक्विपमेंट की व्यवस्था करा दे .अब देखना यही कि वे सिर्फ बयान बजी करके सुर्खियां बटोरते हैं या वास्तव में कुछ करना चाहते हैं .खैर जो भी हो .अब तक आप समझ चुके होंगे वास्तव में बिहार में फिल्म इंडस्ट्री की जरुरत किन्हें है .तो आइये न साथ मिलकर बनाते हैं .
भोजपुरी और हिंदी फिल्मो के स्टार, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर जो बिहार के रहने वाले हैं और चाहते हैं बिहार में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना हो उनसे अनुरोध ‘अगर आप वास्तव में चाहते हैं कि बिहार में फिल्म इंडस्ट्री बने तो कृपया पटना में अपना ऑफिस खोलें, ताकि यहाँ के कलाकारों को अवसर मिल सके, साथ ही घोषणा कि करें कि आप अपनी फिल्मो की शूटिंग बिहार में करेंगे, शशि शेखर ने फिल्मसिटी बिहार की स्थापना 2008 में किया था तब उनके साथ कोई नहीं था ,आज हम और आप फिल्मसिटी बिहार के साथ हैं। पूरी टीम बस एक ही उद्देश्य से काम कर रही है बिहार में फिल्म निर्माण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था हो, प्रोजेक्ट और प्लान बारीकी से अनुभव के साथ बनाया गया, हर दृष्टिकोण से एक एक पहलु पर काम किया गया, कलाकारों को रोजगार कैसे मिलेगा ,इक्विपमेंट कैसे आएंगे,निर्माताओं की परेशानियां क्या है ,फिल्म का प्रमोशन कैसे और कम से कम खर्चे में कैसे किया जायेगा वगैरह, इनके अलावा और भी बहुत कुछ है जिनके बारे में आपमें से अधिकतर सदस्य अवगत हैं. पूरा प्रोजेक्ट एक छोटे से पोस्ट में बता पाना संभव नहीं है. बस इतना कि सटीक यानि फिल्म के निर्माण से लेकर प्रदर्शन और मुनाफे तक का पूरा समाधान.
आपके प्रयास से आज हम अपने उद्देश्य की तरफ बढ़ रहे है और बिहार ही नहीं दूसरे राज्यों के कलाकार भी जुड़ रहे हैं. साथ ही यह भी बताना जरुरी है, पिछले तीन चार दिनों से कई लोगों ने फ़ोन किया शुभकामनायें भी दी,अच्छा काम करने के लिए बधाई भी दी,आर्शीवाद भी दिया,साथ देने का वादा भी किया, अच्छे – अच्छे सुझाव भी दिया और कुछ लोगों ने भी. मिला जुला कर इतना कहा जा सकता है. आपके प्रयासों का असर हो रहा है।अब उन्हें भी अहसास हो रहा है बिहार में फिल्म इंडस्ट्री क्यों नहीं बन पाई. यकीन कीजिये आपके प्रयासों ने फिल्मकर्मियों को जगाना शुरू कर दिया है. हालाँकि अभी भी कुछ लोग अभिमान ,स्वाभिमान ,एवं अन्य कारणों से खुलकर आपके साथ आने से हिचक रहे हैं. लेकिन संभव है अब अचानक कई लोग संगठन बना कर बिहार में फिल्मसिटी और फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना के लिए आगे आये.आपसे अनुरोध है ऐसे हर उस संगठन का साथ दे जिनका उद्देश्य बिहार में फिल्म इंडस्ट्री का निर्माण हो.
बिहार के चर्चित निर्देशकअरविन्द रंजन दास से इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार में की फिल्म वो अकेली है का निर्माण चल रहा है,ऐसा काम छोटे छोटे स्टार पर हो रहा है लेकिन बड़े पैमाने पर बिहार में काम होने चाहिए.
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