दुर्गा पूजा को लेकर ऑनलाइन सामान बेचने वाली कम्पनियां ज्यादा मुनाफा कमा रही है. जो ‘बिग सेल’ चल रहा है वो एफडीआई नीति का ‘खुला उल्लंघन’ है ऐसा मानना है व्यापारियों के शीर्ष संगठन कैट का. कैट ने आनलाइन खुदरा कंपनियों की ‘बिग सेल’ को एफडीआई नीति का ‘खुला उल्लंघन‘ करार दिया है.स्नैपडील व फ्लिपकार्ट आदि प्रमुख इकामर्स कंपनियों ने दावा किया कि पांच दिन की त्योहारी सीजन सेल के पहले दिन उनके प्लेटफार्म पर लाखों उत्पादों की बिक्री हुई है. हालांकि अनेक ग्राहकों ने इस तरह के विभिन्न पोर्टलों पर सामने आई दिक्कतों को सोशल मीडिया पर जम कर विरोध भी कर रहे है.
अमेजन ने पांच दिन की विशेष बिक्री एक अक्तूबर से शुरु की है . कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान उसके नियमित कारोबार में छह गुणा वृद्धि दर्ज की गई है. कंपनी का कहना है कि ‘ग्रेट फेस्टिवल डे’ सेल के पहले दिन पहले 12 घंटे में ही उसने 15 लाख इकाई उत्पाद बेचे. वहीं स्नैपडील ने एक बयान में कहा है,‘ सेल के पहले 16 घंटे में 2800 शहरों से लगभग 11 लाख लोगों ने खरीदारी की। मध्यरात्रि शुरू हुई इस सेल में प्रति सेकंड 180 आर्डर मिल रहे थे हालांकि दिन में यह संख्या और भी अधिक रही. वहीं फ्लिपकार्ट ने दावा किया है कि उसने सेल के पहले दिन पहले घंटे में ही पांच लाख से अधिक उत्पाद बेचे.
स्नैपडील व फ्लिपकार्ट ने दावा किया है कि वह उत्पादों पर भारी छूट की पेशकश कर रही है. स्नैपडील ‘अनबॉक्स दीवाली’ सेल चला हरी है. वहीं फ्लिपकार्ट का कहना है कि उसकी माइंत्रा को पहले घंटे में पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक कारोबार मिला. वहीं उपभोक्ताओं ने सोशल मीडिया वेबसाइट ट्वीटर आदि पर दावा किया कंपनियां जिन उत्पादों की पेशकश कर रही हैं उनपर मुश्किल से ही कोई छूट है. हालांकि इस तरह के दावों की पुष्टि नहीं की जा सकी. आर्डर के भुगतान संबंधी दिक्कतों के समाचार भी सामने आए हैं. इन कंपनियों ने इस बारे में भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया. इस बीच व्यापारियों के शीर्ष संगठन कैट ने आनलाइन खुदरा कंपनियों की ‘बिग सेल’ को एफडीआई नीति का ‘खुला उल्लंघन‘ करार दिया है.