अब तक लाखों को लगा चुके हैं चूना
रेलवे और अन्य परीक्षा में करते थे फर्जीवाड़ा
ऑनलाइन प्रतियोगिता परीक्षाओं में सेंध लगाने वाले गैंग का पटना पुलिस ने खुलासा किया है.पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि यह एक ऐसा गिरोह है जो परीक्षा केंद्रों में लगे कम्प्यूटर में एक सॉफ्टवेयर डाल देता था. फिर उस कंप्यूटर को अन्य जगह से ऑपरेट किया जाता था. परीक्षा केंद्र पर जो परीक्षार्थी बैठता था वह सिर्फ टाइमपास करता था जबकि अन्य जगह पर बैठा दलाल पूरी ऑनलाइन परीक्षा देता था. यह अपने किस्म का पहला रैकेट है जो देश में ऑनलाइन परीक्षा में सेंधमारी करता था.
पुलिस ने 5 थानों सहित 100 डायल एसआईटी की टीम गठित कर जांच और छापेमारी के बाद इस अंतरराज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस गैंग का यूपी, ग्वालियर, आगरा बैंगलोर तक जाल फैला था. दरअसल यह गैंग रेलवे भर्ती परीक्षा में रेलवे द्वारा मान्यता प्राप्त निजी कंपनियों के संपर्क संपर्क कर रुपयों का लालच देकर प्रतियोगिता परीक्षा में सेंटरों को मुहैया कराते थे. पटना एसएसपी ने बताया कि सारा खेल रेलवे प्रतियोगिता परीक्षाओ में सेंटरो से होता था. जहाँ परीक्षार्थियों से मोटी रकम देकर दलाल ऑनलाइन परीक्षा में बैठते थे. परीक्षार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को हल कर उन्हें पास करा दिया करते थ
पुलिस की पूछताछ में पकड़ में आये शातिर गैंग के सदस्यों ने बताया कि परीक्षा में सिटी हेड को मैनेज कर रखा था. दरअसल इस गैंग के सदस्य चर्चित व्या पमघोटाले व यूपी परीक्षा पेपर लीक मामले से संबंध रखते है. दानापुर से पकड़ में आये इस गैंग के चार सदस्यों के पास से कई लैपटॉप ,सेनेटाइजर में लगने वाले हिडेन कैमेरा, हार्ड डिस्क, 19 लाख परीक्षार्थियों से लिये कैश को बरामद किया गया है. फिलहाल इस गैंग का मुख्य सरगना अतुल वत्स फरार बताया जा रहा है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि मुजफ्फरपुर में पकड़ में आया अश्विन सौरभ ने 70 लाख लगाकर सेंटर का सेटअप तैयार कर रखा था. वही पटना में भी इनके बाकी साथियों ने सेंटर खोल रखा है जिसमें प्रतियोगिता परीक्षाओं की ऑनलाइन परीक्षा ली जाती थी. वही पटना के कई बड़े कोचिंग संस्थान पुलिस की रडार पर है जिसकी मॉनिटरिंग लगातार पटना पुलिस द्वारा की जा रही है. पकड़ में आए गैंग के सदस्यों के पास से 70 रेलवे के अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट को पुलिस ने बरामद किया है जिसके भी पड़ताल पुलिस अब कर रही है.
PNCDESK