आरा में प्रोफेसर दम्पति की हत्या के बाद सनसनी, दहशत का माहौल कायम
अपराधियों को पकड़ने के लिए साक्ष्य ढूंढने में जुटी SFL और पुलिस की टीम
आरा,31 जनवरी. भोजपुर में एक ओर जहाँ पुलिस अपराधियों के धर-पकड़ में लगातार अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही है वही दूसरी ओर अपराध में तरह-तरह की गतिविधियां सामने आ रही हैं. नया मामला जिला मुख्यालय आरा से जुड़ा हुआ है जहाँ अपराधियों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की हत्या कर दी और चलते बने. हत्या कब हुई और क्यों हुई इसका पता लगाने में पुलिस जुटी है. शहर की घनी आबादी में स्थित मृतक दम्पति की हत्या की खबर के बाद से जिले में सनसनी मच गई. लोग दहशत में हैं कि शहर में अब बुजुर्ग अपने घरों में सेफ नही हैं. एक साथ हुई इन दो हत्याओं के बाद लोगों के दिल में यह डर लाजमी है.
हत्या की वजह अबतक स्पष्ट नही है. मृतक दंपति के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं, जिससे प्रथम दृष्टया लगता है कि हत्यारों ने पहले उनके सिर पर किसी चीज से वार किया और फिर धारदार हथियार से उन्हें मौत के घाट उतार दिया.
मृतक दंपति में 70 वर्षीय महेंद्र सिंह है जो पूर्व में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रोफेसर थे. वे पूर्व में डीन भी रह चुके हैं. वे भाजपा के एक कदावर नेता भी थे जो काराकाट विधनसभा के पूर्व प्रत्याशी भी रकेह चुके थे. वही दूसरी मृतक उनकी पत्नी 65 वर्षीय पुष्पा सिंह है जो महिला कॉलेज में साइकोलॉजी की रिटायर्ड प्रोफेसर हैं. मृतक मूल रूप से रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अग्नि गांव के निवासी थे और विगत कई वर्षों से वे रिटायरमेंट के बाद आरा शहर के कतीरा स्थित अपने मकान में अकेले ही रहते थे.
घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव और एएसपी हिमांशु के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और पूरे घटना की छानबीन में जुट गई. घटनास्थल को सील कर दिया गया है और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए पटना से फोरेंसिक की टीम को बुलाया गया है. हत्या के हर बिंदु पर पुलिस बारीकी से पड़ताल में जुटी है ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके और हत्या की गुत्थी सामने आ सके.
घटना के संबंध में अबतक भोजपुर SP प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि घर के कमरे के अंदर अज्ञात बदमाशों द्वारा रिटायर्ड दंपती की हत्या कर दी गई है. पुलिस फॉरेंसिक जांच टीम और वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए घटना का पता लगाने में जुटी हुई है. एसपी ने बताया कि घटना का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन उन्होंने भरोसा दिया कि पुलिस बहुत जल्द ही घटना के पीछे का कारण और इसमें शामिल अपराधियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे डालेगी.
पुलिस इस डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए मोबाइल सर्विलांस और CCTV फुटेज का भी सहारा ले रही है, ताकि घटना के वक्त घर में मौजूद लोग और बाहर से घर में आये लोगों का पता लगाया जा सके.
मौके पर पहुंचे मृतक रिटायर्ड प्रोफेसर महेंद्र सिंह के छोटे भाई हीरा सिंह ने बताया कि आज उनके सबसे बड़े भाई ने फोन कर बताया कि सोमवार से दोनों मृत दम्पति का मोबाइल नहीं लग रहा था जिसके बाद वे उनका हाल चाल लेने घर पहुँचे थे जहाँ आत्व ही उन्हें अपने भाई और भाभी की हत्या की ख़बर मिली. उन्होंने बताया कि वे अंतिम बार 26 जनवरी को अपने भाई से मिलने के लिए उनके घर पर आएं थे. हत्या की ख़बर मिलने के बाद मृतक प्रोफेसर के परिजनों में कोहराम मचा है. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. मृत प्रोफेसर दंपति की तीन लड़कियां है जिनकी शादी हो चुकी है.बड़ी बेटी स्वीटी ने लखनऊ और छोटी बेटी गोलू ने जब सुबह फोन लगाया तो मोबाइल ऑफ आ रहा था. इसके बाद उन्होनें अपने रिश्तेदार को उनका हाल चाल जानने के लिए भेजा जहाँ छोटे भाई के पहुंचते ही दोनों की लाशें मिली.
PNCB