पंचायत को खुले में शौच मुक्त करने के लिए युवाओं की टोली आयी आगे
गड़हनी,17 नवंबर. जिले के गड़हनी प्रखंड के अंतर्गत आने वाले गाँव मे युवाओं में स्वच्छता को लेकर काफी उत्साह आज कल देखने को मिल रहा है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के लिए समुदाय के व्यवहार में परिवर्तन लाने हेतु सभी प्रखंडों में समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता (CLTS) विधि के तहत कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. जिसका असर आये दिनों देखने को मिल रहा है. कल तक जहाँ लोग खुले में शौच करने के लिए जाते थे अब वहां सुबह शाम समुदाय द्वारा निगरानी की जा रही है और लोगों से निवेदन किया जा रहा है कि हर हाल में खुले में शौच करना बन्द करें.
गड़हनी नया बाजार से पुरानी बाजार जाने के क्रम में पड़ने वाले बनास नदी के किनारे लोग सुबह शाम खुले में शौच करते नजऱ आते थे जिसे देख आते-जाते राहगीर शर्म से अपना मुँह फेर लेते थे. छठ महा पर्व के बाद युवाओं की टोली,ग्राम-कचहरी एवम ग्राम पंचायत ने सशक्त कदम उठाते हुए चिह्निट ओडी क्षेत्र पर बोर्ड लगा दिया है जिसपर स्पस्ट रूप से लिखा है खुले में शौच करते पकड़े गए तो पांच सौ रुपया जुर्माना या एक माह का जेल या दोनों हो सकता है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान में बतौर राज्य साधन सेवी के रूप में गोपलागंज जिले में कार्यरत गड़हनी निवासी अविनाश राव ने कहा कि जब समाज के अग्रणी लोग एवम युवाओ की टोली आगे आई है तो हमारे गांव/पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पंचायत को खुले में शौच मुक्त, स्वच्छ एवम सुंदर बनाने के लिए सरपंच लव कुमार, मुखिया तस्लीम आरिफ,रंगकर्मी समाजसेवी बुधन गुप्ता, अमित केशरी,रामजी,एम एम जोशी,सहित दर्जनों युवा लगे हुए है.
ODF को लेकर BDO की उदासीनता से ग्रामीणों में आक्रोश
एक तरफ गाँव को स्वच्छ बनाने में युवा आगे आये हैं तो दूसरी तरफ प्रखंड विकास पदाधिकारी से कोई सहयोग नहीं मिलने से युवाओ में काफी आक्रोश है. सुबह-शाम निगरानी के दौरान कई बार कुछ असामाजिक तत्वों,ढीठ लोगों से बहसा बहसी भी हो जाती है यहाँ तक कि खुले में हगने वाले कई बार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते है. इस मुद्दे पर स्थानीय पत्रकार समेत युवाओं की टोली थानाध्यक्ष शमीम अहमद से मिल सहयोग का आग्रह किया. थानाध्यक्ष ने भी युवायों को भरपूर सहयोग देने की बात कही, थाना ने तो यह भी कहा कि जो लोग नही मानते उन्हें चिह्नित कर बताया जाए,उन्हें थाना में बुला पूछ-ताछ एवं उन पर करवाई की जाएगी. वही छठ पूजा में स्थानीय बीडीओ ने किसी भी प्रकार का प्रखंड स्तरीय सहयोग न किया जिसको ले ग्रामीणों में बीडीओ के प्रति नाराजगी हैं. बता दें कि बीडीओ के कार्यशैली से गड़हनी पंचायत सहित अन्य पंचायत के लोगो मे नाराजगी हैं. पिछले वर्ष की फाइल निकाल देखने के बावजूद बीडीओ ने कुछ नहीं कर सकता ऐसा कहकर अपना पल्ला झाड़ दिया था जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.
गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट