बिहार का पहला नॉन कमर्शियल ब्लड बैंक
ब्लड बैंक में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं लोग
खून के लिए लोगों से शपथ-पत्र देना जरूरी
ब्लड बैंक से नि:शुल्क मिलता है खून
ब्लड बैंक से खून लेने के लिए डोनर की जरूरत होती है, लेकिन पटना में एक ऐसा ब्लड बैंक है जहां आपात स्थिति में महज एक शपथ-पत्र पर खून मिल जाता है. मरीज के परिजनों को भविष्य में राज्य के किसी भी ब्लड बैंक में खून डोनेट करना होता है. मां ब्लड सेंटर की इस व्यवस्था से मरीजों को काफी राहत मिली है. पटना में ऐसा कोई ब्लड बैंक नहीं है जहां बिना डोनर के खून दिया जाता हो, ऐसे में जब बाहर से मरीज आते हैं तो डोनर के लिए उन्हें भटकना पड़ता है.
मां वैष्णो देवी सेवा समित द्वारा संचालित पटना का मां ब्लड सेंटर सरकारी ब्लड बैंकों में निर्धारित प्रोसेसिंग फीस पर खून देता है. इसमें भी गरीब मरीज और थैलेसीमिया के साथ अन्य गंभीर रोगा से पीड़ित मरीजों से प्रोसेसिंग फीस भी नहीं लिया जाता है. थैलेसीमिया सहित कई ऐसे मरीजों के लिए तो डोनर की भी जरुरत नहीं होता है. सामान्य मरीजों के लिए प्रोसेसिंग फीस के साथ डोनर की व्यवस्था की गई है, लेकिन ब्लड बैंक का उद्देश्य ही सेवा भाव है.
मां ब्लड सेंटर पर ऐसे मरीजों से शपथ-पत्र लिया जाता है जिनके पास डोनर नहीं होते हैं. बाहर से आए मरीज के सामने यह बड़ी चुनौती होती है कि वह किस तरह से खून की व्यवस्था करे. ऐसे मरीजों के लिए मां ब्लड सेंटर पर जो शपथ-पत्र लिया जाता है. उसमें यह लिखवाया जाता है कि संबंधित मरीज का परिजन खून ले जा रहा है. इसके बदले वह राज्य के किसी भी ब्लड बैंक में जाकर खून डोनेट करेगा.
मां वैष्णो देवी समिति के मुकेश हिसारिया का कहना है कि ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है जो बाहर से पटना आते हैं, ऐसे लोगों के संपर्क पटना में नहीं होने के कारण डोनर नहीं मिल पाते हैं. ऐसे में मरीजों की जान को खतरा होता है. एक्सीडेंट और अन्य गंभीर बीमारी में मरीजों को तत्काल खून की व्यवस्था करनी होती है. ऐसी दशा में मां वैष्णो देवी सेवा समिति ने यह निर्णय लिया है कि सेंटर पर संबंधित ग्रुप के खून होने के बाद मरीज को बिना डोनर के ही ब्लड दिया जाएगा. बस शपथ यही लिया जाता है कि वह भविष्य में किसी भी ब्लड बैंक में जाकर खून डोनेट कर दें.
सरकारी ब्लड बैंक की तरह थैले सीमिया, हेमोफीलिया, ए प्लास्टिक एनीमिया और एचआई संक्रमितों को पूरी तरह से मुफ्त में ब्लड दिया जाता है और सामान्य मरीजों के लिए भी प्रोसेसिंग का पैसा वही लिया जाता जो सरकारी ब्लड बैंक में सरकार ने निर्धारित किया है. मां वैष्णो देवी सेवा समिति के सदस्यों के सहयोग से चलने वाला यह ब्लड बैंक एक तरफ जहां पीड़ितों की जान बचाने में सहायक हो रहा है वहीं सरकारी ब्लड बैंकों पर बढ़ता लोड भी कम कर रहा है. यह राज्य का 102 वां ब्लड बैंक है, लेकिन सबसे अलग है जिससे इसे राज्य के पहले नॉन कॉमर्शियल ब्लड बैंक की श्रेणी में रखा गया है.
पटना में खून की डिमांड पर आपात स्थिति में मां ब्लड सेंटर से संपर्क किया जा सकता है. इसके लिए सेंटर के फोन नंबर पर कॉल किया जा सकता है. सेंटर के मुकेश हिसारिया का कहना है कि नंबर 24 घंटे ऑन रहता है और हर मरीज को खून देने की कोशिश की जाती है. संबंधित ग्रुप का ब्लड होने पर और मरीज के पास डोनर नहीं भी होने पर खून दिया जाता है. बस शपथ लेना जरूरी होती है कि वह भविष्य में किसी भी ब्लड बैंक में रक्तदान करेगा.पटना में खून की डिमांड पर आपात स्थिति में मां ब्लड सेंटर से संपर्क किया जा सकता है। इसके लिए सेंटर के फोन नंबर 9199334333 और 9199550555 पर कॉल किया जा सकता है। सेंटर के मुकेश हिसारिया का हना है कि नंबर 24 घंटे ऑन रहता है
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