पहली बार भाजपा ने एनडीए सहयोगियों को आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया
भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए उनकी समाधि ‘सदैव अटल’ पर बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक आयोजित स्मृति सभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बुधवार सुबह ‘सदैव अटल’ पर पहुंचे तथा श्रद्धांजलि अर्पित की. इनके अलावा, भाजपा के कई शीर्ष नेता तथा मंत्री भी भूतपूर्व प्रधानमंत्री की समाधि पर मौजूद थे.’सदैव अटल’ पर पहुंचने वाले एनडीए सहयोगियों में प्रफुल्ल पटेल शामिल थे, जो अजित पवार के नेतृत्व में हुए विद्रोह के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार से अलग हो गए थे. अतिरिक्त ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम नेता एम. थम्बीदुरई, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के प्रमुख सुदेश महतो, नेशनल पीपल्स पार्टी की सांसद अगाथा संगमा तथा तमिल मानिला कांग्रेस के प्रमुख जी.के. वासन भी मौजूद थे.
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि अटल जी ने करोड़ों दिलों पर राज करते थे.कई पीढ़ियों ने उनसे प्रेरणा हासिल की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व काल के दौरान भाजपा -नीत एनडीए में सहयोगियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. हम उनके साथ काम कर रहे हैं.हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और पीएम नरेंद्र मोदी को जिताएंगे. 2024 में उन्हें जब तीसरी बार मौका मिलेगा, तो हम समूचे देश में विकास की लहर लाएंगे.
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि वह वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष हताश और निराश है. वे जानते हैं कि 2024 में भी देश की जनता उन पर भरोसा नहीं करेगी और उनके लिए सत्ता में वापसी की कोई गुंजाइश नहीं है. इसलिए हताश विपक्ष जो मन में आए बोल रहा है, लेकिन देश की जनता को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है, और 2024 में एनडीए हैटट्रिक लगाएगा. यह पहला अवसर था, जब भाजपा ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि पर ‘सदैव अटल’ पर आयोजित कार्यक्रम के लिए एडीए सहयोगियों को आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया था. यह अगले साल होने जा रहे आम चुनाव को देखते हुए अहम है, जहां भाजपा को एकजुट विपक्षी गठबंधन इंडिया से मुकाबला करना होगा.
वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने नीतीश पहुंचे ‘सदैव अटल’
अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक सदैव अटल’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि आप जानते ही हैं जब उनका अंतिम संस्कार हुआ तब तो हम यहां मौजूद थे.बीच में करोना का दौर आ गया. हमकों मौका मिला तो हम आए हैं.वह हमें बहुत प्रेम करते थे..इज्जत करते थे..हम कभी इस बात को भूल नहीं सकते हैं। कितना उन्होंने मुझे काम दिया है.किस तरह वह सब कुछ करते थे, प्रेम करते थे.
सब दिन जब तक वह रहे.. जब बिहार में मुख्यमंत्री बनें तो बनाने के लिए वह थे. शपथ के दौरान भी वह मौजूद थे.आगे भी हर प्रकार उनसे मिलना जारी रहा. बीच में जब उनकी तबीयत खराब हो गई.तब भी उनसे मिलना जारी रहा. आज के दिन हम अपना श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए आए सिर्फ नमन करने के लिए आए हैं. बाकी बात बाद में कीजिएगा. नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल को भी जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं, जिनसे उनकी राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की भी संभावना है.
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