पटना में लगातार वाहनों के प्रदूषण और फिटनेस की जांच चल रही है. रविवार को भी बड़ी संख्या में ऐसे वाहनों की जांच की गई. पटना जिला परिवहन पदाधिकारी अजय कुमार ठाकुर ने बताया कि रविवार को कुल 65 वाहनों की जांच की गई जिनमें 8 वाहनों को प्रदूषण फैलाते पाया गया. वहीं 4 वाहनों के फिटनेस फेल थे. कुल 7 वाहनों को जब्त किया गया जबकि 13,400 रू फाइन के रुप में वसूले गए.
बता दें कि पटना में अब डीजल से चलने वाले ऑटो को परमिट नहीं मिलेगा. उपमुख्यमंत्री सह पर्यावरण एवं वन मंत्री सुशील मोदी ने ये घोषणा की है. साथ ही काला धुआं उड़ाने वाले वाहनों पर भी सख्ती होगी.
शनिवार को राजधानी के बोरिंग कनाल रोड में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ज्यादा धुआं उत्सर्जित करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अब पटना में डीजल चालित थ्री व्हीलर (ऑटो) को नया परमिट नहीं दिया जायेगा. डीजल से सीएनजी में थ्री व्हीलर को परिवर्तित कराने वालों को सरकार प्रोत्साहित करेगी. प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुरूप आगामी 2 अक्तूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने की दिश में प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर सख्ती बरती जायेगी तथा थर्मोकोल से बने सामानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जायेगा.
उन्होंने कहा कि पटना और पूरे बिहार को वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जायेगा. पहले चरण में सरकारी ड्राइवरों को ट्रेनिंग देकर हॉर्न का उपयोग कम से कम करने की हिदायत दी जायेगी. कर्कश हॉर्न के प्रयोग से बहरापन बढ़ता जा रहा है, इसलिए अनावश्यक हॉर्न बजाने व अपने वाहनों में म्युजिकल हॉर्न लगाने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. अगले जाड़े में पटना की वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा तथा इसके लिए इलेक्ट्रिक, बैट्री व सीएनजी चालित वाहनों को बढ़ावा देने के साथ ही बिल्डिंग मैटेरियल को ढंक कर ढोने के लिए सख्ती की जायेगी.