एक अप्रैल से नियोजित शिक्षकों का सत्याग्रह लगातार जारी है. एक तरफ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और सरकार शिक्षकों को कार्रवाई की चेतावनी दे रही है, दूसरी तरफ सत्याग्रह में शामिल नियोजित शिक्षकों ने साफ कर दिया है कि इस बार वे पीछे हटने वाले नहीं हैं. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने कहा कि सरकार अपने किए वादे तो पूरे नहीं ही कर रही है साथ ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना कर रही है.
पटना के कमला नेहरु गर्ल्स स्कूल समेत कई सेन्ट्र पर यही हालात देखने को मिले. हालांकि सरकार ने आदेश जारी किया है कि कॉपियों के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने वालों का वेतन कटेगा और सेवा पर भी असर पड़ेगा. लेकिन सत्याग्रह में लगे नियोजित शिक्षकों ने कहा कि अपना अधिकार मिलने तक उनका सत्याग्रह जारी रहेगा.
patnanow ने बात की बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय सचिव चन्द्रकिशोर कुमार से-
मैट्रिक और इंटक की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य प्रभावित होने के बाद अब शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों के शिक्षकों से कॉपियों का मूल्यांकन कराने का आदेश जारी किया है. सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को ये निर्देश जारी किया गया है कि वे उचित योग्यता वाले शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगाएं ताकि ससमय रिजल्ट का प्रकाशन हो सके.
बता दें कि सबसे पहले समान शिक्षा प्रणाली बिहार में लागू की गई थी, लेकिन अभी तक सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं हो रहा है. शिक्षकों का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और यूपी में भी समान काम के लिए समान वेतन का रूल लागू हो गया है.
पटना से फैज अहमद