बीजेपी नेता अरुण सिन्हा ने कहा है कि लालू के दबाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का अपना वादा भूल चुके हैं. दवा घोटाला, किशनगंज चाय बगान घोटाला और 3 विश्वविद्यालयों में कई तरह के घोटालों में तत्कालीन कुलपति से लेकर डीएम तक कुल 81 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए, लेकिन 2 साल में केवल 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई. बिहार विधानसभा में मुख्य सचेतक अरुण सिन्हा ने कहा कि दवा घोटाले की वजह से सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली 234 प्रकार की दवाओं की खरीद आज तक नहीं हो पायी है.