NDA के साथ सरकार बनाने के बाद आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार मीडिया के सामने आए और इत्मीनान से सारे सवालों के जवाब दिए. सीएम ने महागठबंधन सरकार चलाने में हुई अपनी पीड़ा को भी बयां किया और वो सारे राज खोले कि कैसे उन्होंने लगातार राजद नेताओं के कड़वे बोल सहे और लालू के ट्वीट को भी बर्दाश्त किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने महागठबंधन धर्म का पालन किया और सरकार चलाने की कोशिश की लेकिन जब पानी सिर से ऊपर चला गया तो मैंने अपने विधायकों से सलाह लेने के बाद इस्तीफा दे दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि राजद की तरफ से मुझपर ही आरोप लगने शु्रू हो गए लोग मेरा ही मजाक उडा़ने लगे थे. नीतीश ने कहा कि एेसे में मेरे पास कोई चारा नहीं था. जब मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा तो मैंने यह फैसला लिया.
सीएम ने इस दौरान वो सारी बातें भी बताईं कि कैसे इस्तीफा देने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें फोन किया और NDA के साथ सरकार बनाने का न्योता दिया.
सुनिए क्या कहा सीएम ने आज-
सीएम ने कहा कि मैंने कभी किसी से इस्तीफा नहीं मांगा था. मैंने कई बार तेजस्वी से कहा कि स्थिति स्पष्ट करें, जनता के सामने स्पष्टीकरण जरूरी होता है. मेरी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और यह पार्टी का फैसला था.
आज मुख्यमंत्री पूरी तरह पीएम मोदी के रंग में रंगे दिखे. उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में मोदी की टक्कर का कोई नेता नहीं है. नीतीश ने ये भी कहा कि मोदी ही 2019 में भी पीएम बनेंगे.