शराबबंदी का निर्णय अटल है- मुख्यमंत्री
पहले शराब का धंधा करने वालों की हो रही है जांच
शराब पीने वालों के लिए बिहार में कोई जगह नहीं
मद्य निषेध दिवस पर बोले सीएम नीतीश कुमार
नोटबंदी को हमारा पूरा समर्थन- नीतीश
‘बेनामी संपत्ति वालों पर भी जल्द हो कार्रवाई’
शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर दो टूक कहा है कि इससे कोई समझौता नहीं होगा. चाहे इसके लिए जो भी करना पड़े, वो करेंगे. मद्य निषेध दिवस के मौके पर सीएम ने कहा कि शराबबंदी के लिये माहौल बने, जन अभियान हो इसलिये मद्य निषेध दिवस के आयोजन की शुरूआत 2011 से की गयी. उन्होंने कहा कि 26 नवम्बर को संविधान दिवस भी है. शराबबंदी का कानून संविधान की भावना के अनुरूप है. कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें खाने-पीने का अधिकार है. जो खाना है खाइये, जो पीना है पीजिये पर शराब नहीं पीजिये. शराब पीना मौलिक अधिकार नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को व्यापक जन समर्थन मिला है. शराबबंदी का निर्णय अटल निर्णय है. सबकी राय ली गयी है, जरूरत होगी तो विधानमण्डल में भी आ सकते हैं. शराबबंदी से किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा. जो बिना पीये नहीं रह सकते हैं तो उन्हें बिहार में रहने की जरूरत क्या है. नीतीश ने कहा कि जो पहले शराब का धंधा करते थे, उनका पता लगाया जा रहा है कि वे आज कल क्या कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नोटबंदी के हिमायती हैं परंतु लोगों को तकलीफ नहीं हो. केन्द्र सरकार को प्रयत्न करना चाहिये.लेकिन सिर्फ नोटबंदी से काम नहीं चलेगा. मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा कि बेनामी संपति को भी हिट किया जाय. केन्द्र सरकार को तत्काल बेनामी संपति पर हिट करना चाहिये, यही सही वक्त है. उन्होंने कहा कि मैं यह भी अनुरोध करूंगा कि बिहार इतने बड़े राज्य में हमने शराबबंदी लागू किया है, इसको अन्य जगह भी फैलाइये. उन्होंने समाचार पत्रों में भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह से मुलाकात से संबंधित आये समाचार का खण्डन किया.