जातीय जनगणना पर जल्द होगी सर्वदलीय बैठक
तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी
खाद की किल्लत पर मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की
देश में ओमिक्रोन के बढ़ते हुए मामले को देखकर तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। बिहार सरकार भी इसे लेकर अलर्ट मोड में आ चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि तीसरी लहर की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता। नीतीश कुमार ने कहा है कि जो लोग भी इसे लापरवाही से ले रहे हैं, वह गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहें। नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार इसे लेकर पूरी तरह अलर्ट है। जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम तीसरी लहर की आशंका को लेकर तैयार खड़े हैं। बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर रखी है। लेकिन लोगों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। तीसरी लहर की आशंका इसलिए बढ़ गई है क्योंकि ओमिक्रोन के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में जिस तरह नए वेरिएंट के केस मिल रहे हैं। उसके बाद अब ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है।
मीडिया को संबोधित करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में जल्द ही जातीय जनगणना पर सर्वदलीय बैठक होगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि तमाम सियासी पार्टियों की सहमति हो गई है। हम जल्द ही सर्वदलीय बैठक करने जा रहे हैं। डिप्टी सीएम और अपनी पार्टी के सब लोग से बात कर ली है। जल्दी ही एक तारीख तय कर मीटिंग की जाएगी।सीएम नीतीश ने कहा कि इसमें सब लोगों की राय जरुरी है। जातीय जनगणना कैसे करनी है, कब करनी है, किस माध्यम से करंगे। यह सब मीटिंग में सबसे राय लेकर किया जायेगा। सबकी सहमती से जो बात निकलेगी उसी आधार पर जातीय जनगणना कराई जाएगी। यह बहुत ठीक ढंग से कराया जायेगा ताकि कोई चीज मिस न हो।
मुख्यमंत्री नीतीश ने खास तौर पर विदेश से आने वाले लोगों पर नजर रखने और उनके टेस्ट में नए वेरिएंट ओमिक्रोन की जांच जरूर करने के लिए भी कहा है। बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी ओमीक्रोन को लेकर सभी जिलों को जरूरी निर्देश-पत्र भेजे गए हैं। इसमें साफ तौर से कहा गया है कि कोरोना टेस्ट में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। सभी आरटीपीसीआर लैब को खास सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।मुख्यमंत्री ने चुटीले अंदाज में कहा लापरवाही कीजिएगा तो भारी पड़ेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में खाद की किल्लत पर चिंता जतायी है। उन्होंने माना कि पूरे राज्य में खाद की क़िल्लत हैं। उन्होंने खुद केंद्रीय मंत्री से बातचीत की हैं, जिन्होंने अगले एक हफ़्ते में इसकी उपलब्धता सामान्य करने का वादा उन्हें किया हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि वाकई बिहार के किसानों को खाद की किल्लत से बहुत दिक्कत है। हमने केंद्र को सूचना दी है। केंद्र की ओर से आश्वासन दिया गया है कि आपूर्ति की जा रही है।
इधर, यह मामला अब राजनीतिक रूप भी लेता जा रहा है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, तो संसद में भी यह मामला गूंज उठा। सुपौल से जदयू सांसद दिलेश्वर कामत ने लोकसभा में बिहार में खाद की कमी का मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि डीएबीपी खाद नहीं मिलने से रबी फसल की बुआई में देरी हो रही है। जदयू सांसद ने कहा बिहार में किसान त्राहिमाम कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि बिहार में जल्द ही खाद की कमी को दूर किया जाए। जिससे किसान आसानी से रबी फसल की बुआई कर सकें।
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