बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में एफआईआर दर्ज
किसी को अभियुक्त नहीं बनाया गया
भविष्य में फिर ऐसी घटना नहीं हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि ईओयू थाना में दर्ज एफआईआर (कांड संख्या 20/22) में किसी को अभियुक्त नहीं बनाया गया है. फिलहाल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है. ईओयू के मुताबिक डीएसपी रैंक के अधिकारी को इस केस का आईओ बनाया गया है. इस बीच पेपर लीक मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी में कई अन्य अफसर शामिल किए गए हैं. एसपी ईओयू सुशील कुमार के नेतृत्व में एसआईटी मामले की तह तक पहुंचने में लगी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में गड़बड़ करने वालों पर जल्द कार्रवाई होगी. हमने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि जल्द-से-जल्द इसकी जांच कीजिए. इस पूरे मामले में बहुत एक्शन हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी कैसे प्रश्नपत्र लीक किया. इसे जिले को जो भेजा जाता है तो कहां से किस तरह से लीक हुआ है. इसकी पूरी जांच की जा रही है. कोई कैसे लीक किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को जैसे ही मुझे जानकारी मिली, हमने अफसरों से बात की. भविष्य में फिर ऐसी घटना नहीं हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा.
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